-मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का भी नहीं मिल रहा लाभ
सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन घाती मुख्यमंत्री द्वारा घोषित की गई मुख्यमंत्री वयोश्री और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजनाएं अभी रोकी गई हैं। एक तरफ नए लाभार्थी आवेदन नहीं कर सकते हैं तो दूसरी तरफ पहले आवेदन कर चुके किसी भी लाभार्थी को योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के खजाने पर पड़ रहे आर्थिक बोझ को ध्यान में रखते हुए कुछ योजनाएं बंद की जा रही हैं। इसी तरह लाडली बहनों को मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना का लाभ अभी तक नहीं मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत २.५० लाख से कम आय वाले महाराष्ट्र के ६० वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को हिंदुस्थान के ७३ और राज्य के ६६ तीर्थ स्थलों के दर्शन कराने की घोषणा पिछली सरकार में की गई थी। इस योजना को लेकर १४ जुलाई २०२४ को शासनादेश जारी किया गया था। इसके अनुसार, प्रत्येक लाभार्थी को सरकार की ओर से ३० हजार रुपए का खर्च दिया जाना है। हालांकि, जिनकी उम्र अभी ६५ से ७० वर्ष के बीच है, ऐसे हजारों वरिष्ठ नागरिक अभी भी तीर्थ दर्शन की प्रतीक्षा में हैं। दूसरी ओर ३१ दिसंबर २०२३ को ६५ वर्ष पूरा कर चुके वरिष्ठ नागरिकों को चलने, देखने और सुनने के लिए उपकरण लेने के लिए तत्कालीन सरकार ने मुख्यमंत्री वयोश्री योजना शुरू की। पांच फरवरी २०२४ को जारी शासनादेश के बाद लाखों वरिष्ठ नागरिकों ने योजना के तहत आवेदन भी किया था। हालांकि, उन सभी को अभी तक सरकार की ओर से तीन हजार रुपए नहीं मिले हैं।मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना के तहत महिलाओं को हर महीने १,५०० रुपए देने का पैâसला किया गया। यह योजना एक जुलाई २०२४ से लागू की गई है।