अनिल मिश्र / पटना
भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान ( आईआईएमआर) के जो बिहार प्रदेश के बेगूसराय स्थित क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज़ उत्पादन केंद्र को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने दक्षिणी राज्य कर्नाटक के शिवमोगा में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। इस संबंध में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पत्र जारी होने पर बेगूसराय ही नहीं बल्कि देश में सबसे ज्यादा मक्का उत्पादन करने वाले बिहार प्रदेश के किसानों एवं आमजनों में भारी रोष एवं आक्रोश है।
इस संबंध में बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, गया जिला किसान- मजदूर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष युगल किशोर सिंह, विद्या शर्मा, शिव कुमार चौरसिया, श्रीकांत शर्मा, टिंकू गिरी, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद समद आदि ने कहा है कि क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज़ उत्पादन केंद्र कुशमहोत, बेगूसराय की स्थापना 04 मई 1997 को तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व इंद्र कुमार गुजराल के कार्यकाल में हुआ था, जिसे अब यहां से केंद्र की मोदी सरकार दूसरे राज्य कर्नाटक में स्थानांतरित करने का आदेश जारी करके बिहार के किसानों के साथ घोर अन्याय करने का काम कर रही है।
इन कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कुछ महीने पहले पूर्वोत्तर राज्यों का एक मात्र सन 1946 से बिहार की राजधानी पटना में स्थापित सी डी ए कार्यालय के 80 % हिस्सा को स्थानांतरित कर पं बंगाल के कोलकाता भेजने का काम मोदी सरकार द्वारा किया गया है ।जिसकी स्थापना देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के प्रयास से किया गया था। यही नहीं केंद्र में डबल इंजन की मोदी सरकार बिहार के मुंगेर जिला के जमालपुर स्थित रेल्वे के पुराने एवं वृहद संस्थान को भी उत्तरप्रदेश के लखनऊ भेजने की प्रकिया शुरू किया गया है।
इस संबंध में इन कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि एक ओर केंद्र की मोदी सरकार एवं बिहार की नीतीश डबल इंजन सरकार की दुहाई देते थकती नहीं, तथा संपूर्ण देश में इस बात की झूठी जुमले फैलाई जा रही है कि बिहार को देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा संस्थाएं एवं राशि मिल रही है, तो दुसरी ओर बिहार से ज्यादा से ज्यादा केंद्र सरकार को टैक्स मिलने के बाद भी यहां से एक- एक कर केन्द्रीय संस्थानों को दूसरे राज्यों में स्थानांतरित कर रही है।
इन नेताओं ने भारत के महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय कृषि मंत्री एवं केन्द्रीय रक्षा मंत्री से क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज़ उत्पादन केंद्र बेगूसराय को कर्नाटक स्थानांतरित करने के आदेश तथा सी डी ए कार्यालय पटना को पश्चिम बंगाल भेजने के आदेश को रद्द कराने की मांग किये हैं।