मुख्यपृष्ठनए समाचारउत्तन डंपिंग ग्राउंड में मलमूत्र विसर्जित करने से भड़के ग्रामीण, नरकीय जीवन...

उत्तन डंपिंग ग्राउंड में मलमूत्र विसर्जित करने से भड़के ग्रामीण, नरकीय जीवन जीने को मजबूर


अमर झा / भाईंदर

भाईंदर पश्चिम के डोंगरी गांव में स्थित धावगी पहाड़ियों पर बने डंपिंग ग्राउंड में पूरे मीरा भायंदर शहर का कचरा डंप किया जाता है। यहाँ सूखे और गीले कचरे का निस्तारीकरण किया जाता है, लेकिन अब यह स्थान और भी विवादों में घिर गया है। हाल ही में यह मामला सामने आया है कि यहां कचरे के अलावा शहर के मलमूत्र से भरे वाहनों को भी खाली किया जा रहा है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में गुस्से की लहर दौड़ गई है।

ग्रामीणों का कहना है कि पहले ही डंपिंग ग्राउंड की दुर्गंध से वे परेशान हैं और अब यहां मलमूत्र का विसर्जन किया जाना उनकी परेशानी को और बढ़ा रहा है। इस मामले की जानकारी तब मिली, जब डोंगरी के रहिवासियों ने मंगलवार को मलमूत्र से भरी मनपा की गाड़ी (क्रमांक MH42/BF/6947) और उसके चालक को रंगे हाथ पकड़ लिया। ग्रामीणों ने वाहन चालक को उत्तन सागरी पुलिस थाने के हवाले कर दिया और कार्रवाई की मांग की, लेकिन पुलिस ने इस मामले में मनपा आयुक्त से शिकायत करने की सलाह देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि मनपा ने करोड़ों रुपये खर्च कर एसटीपी (सैनिटेशन ट्रीटमेंट प्लांट) स्थापित किया है, लेकिन उसकी उपयोगिता अब सवालों के घेरे में है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 15 वर्षों से डंपिंग ग्राउंड की गंदगी और दुर्गंध सहने के बावजूद उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया। चुनावों के समय यह मुद्दा नेताओं की प्राथमिकताओं में शामिल होता है, लेकिन चुनाव खत्म होते ही इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता।

ग्रामीणों के अनुसार, डंपिंग ग्राउंड के आसपास की हवा बेहद दूषित हो चुकी है, और इससे आंखों में जलन, खांसी, दमा जैसी गंभीर बीमारियां फैल रही हैं। अब मलमूत्र का विसर्जन भी यहां किया जा रहा है, जिससे समस्या और बढ़ गई है। स्थानीय लोग इस कथित अनियमितता के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और मनपा से संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कदम उठाने की अपील कर रहे हैं।

अन्य समाचार