उमेश गुप्ता/वाराणसी
दिल्ली के बाद अब धर्म नगरी काशी में भी नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की मांग उठी है। ज्ञानवापी से जुड़े हिंदू संगठनों, पक्षकारों और याचिकाकर्ताओं ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए इस संबंध में उचित कदम उठाने की अपील की है।
हिंदू संगठनों का कहना है कि काशी एक अविमुक्त क्षेत्र है और यहां भगवान शिव के साथ सभी देवियों का वास है। ऐसे में इस पावन नगरी में नवरात्रि के दौरान मीट की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित होनी चाहिए। संगठनों ने केवल नवरात्रि ही नहीं, बल्कि पूरे वर्ष मीट की दुकानों को बंद करने की भी मांग की है।
ज्ञापन सौंपने वालों का कहना है कि धार्मिक दृष्टि से काशी की महत्ता को देखते हुए प्रशासन को जल्द से जल्द इस विषय पर निर्णय लेना चाहिए। संगठनों ने जिला प्रशासन से यह भी अनुरोध किया कि यदि उनकी मांगों को अनदेखा किया गया तो वे आगे की रणनीति तय करेंगे। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर क्या रुख अपनाता है।