राजन पारकर / विधान भवन
विपक्ष के नेता पद को लेकर जिस दिन अध्यक्ष निर्णय लेंगे, वह हमें स्वीकार होगा। ऐसा संकेत मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिया। उन्होंने कहा, “बगल की कुर्सी का निर्णय जिस दिन अध्यक्ष लेंगे, वह हमें मान्य होगा। तब तक बगल की कुर्सी कुछ समय के लिए खाली रहने दें।”
उनके इस बयान के बाद यह चर्चा तेज हो गई कि क्या इस अधिवेशन में विपक्ष के नेता का चयन नहीं होगा? इस पद के लिए जिनका नाम चर्चा में है, वे भास्कर जाधव इस मुद्दे पर बोले, “अगर विपक्ष के नेता का चयन नहीं करना है, तो सरकार को इसे खुलकर घोषित करना चाहिए। हमने अपनी ओर से प्रयास किया, अध्यक्ष को पत्र भी दिया। सरकार के पास बहुमत है, फिर सरकार डर क्यों रही है?”