मुख्यपृष्ठनए समाचारन्यायपालिका में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए-कांग्रेस

न्यायपालिका में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए-कांग्रेस

अनिल मिश्र / पटना

दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास पर भारी-भरकम नकदी बरामद होने का मामला संसद से सड़क तक गरमाया हुआ है। संसद में कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के सांसद इस पर चर्चा की मांग कर रहे हैं, तो दूसरी ओर इलाहाबाद हाई कोर्ट के वकील हड़ताल पर हैं।
वहीं बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, रामाश्रय सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, जगदीश यादव अधिवक्ता, रामानुज शर्मा अधिवक्ता, धर्मेंद्र निराला अधिवक्ता, विपिन बिहारी सिन्हा, राजीव कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह आदि ने कहा कि जस्टिस वर्मा के सरकारी आवास में आग लगने की घटना की सूचना के बाद वहां जुटे फायर ब्रिगेड की टीम को मिले जले नोटों का बंडल पूरे देश में चर्चा का विषय बनने के बाद माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन सदस्यीय न्यायधीशों की टीम से जांच कराने के बाद उन्हें इलाहाबाद हाई कोर्ट में स्थानांतरण करने पर वहां के अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश है, वहां के अधिवक्ता उनके कोर्ट का वहिष्कार करने पर अड़े हैं।
नेताओं ने कहा कि दूसरी ओर जस्टिस यशवंत वर्मा द्वारा यह दलील देना कि मेरे घर के स्टोर रूम से मुझे कुछ लेना-देना नहीं है, न ही मैं या मेरे परिवार उस नोट भरे बोरों को स्टोर रूप में नहीं रखे हैं। नेताओं ने कहा कि न्यायपालिका में पूरी तरह पारदर्शिता सुनिश्चित कराने हेतु इस मामले पर लोकसभा में चर्चा नितांत आवश्यक है।

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