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सत्ता के दम पर अत्याचार और घोटाला  …शक्तिपीठ के जरिए रु. ५०,००० करोड़ उड़ाने की साजिश!

-सत्ता जाते ही चौराहे पर कुचलेगी जनता
-राजू शेट्टी ने किया तीखा हमला
सामना संवाददाता / मुंबई
यशवंतराव चव्हाण के प्रगतिशील महाराष्ट्र में चाहे सरकार कितनी भी जोर लगाकर आंदोलन दबाने की कोशिश करे, लेकिन हम भी उतनी ही ताकत से संघर्ष करते रहेंगे। सत्ता में बैठे लोगों को यह ध्यान रखना चाहिए कि सत्ता के दम पर जो अत्याचार और घोटाले तुम कर रहे हो, उसे जनता अच्छी तरह समझ रही है। शक्तिपीठ महामार्ग के जरिए कम से कम ५० हजार करोड़ रुपए का घोटाला करने की तुम्हारी साजिश है। तुम्हारी जब सत्ता चली जाएगी, तब यही जनता तुम्हें चौराहे पर कुचलने में भी पीछे नहीं हटेगी। इस तरह का तीखा हमला स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष व पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने किया।
राजू शेट्टी ने कहा कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जब मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले यह कहा था कि अगर किसानों का विरोध होगा तो शक्तिपीठ महामार्ग नहीं बनने दिया जाएगा। इसी कारण कोल्हापुर जिले में महायुति के सभी विधायक निर्वाचित हुए, लेकिन अब जब महायुति दोबारा सत्ता में आई है तो सरकार की नीति बदल गई है और किसी भी स्थिति में यह प्रोजेक्ट पूरा करने का संकल्प जताया जा रहा है। ऐसे में १२ जिलों के किसानों के विरोध के बावजूद यह प्रोजेक्ट जबरन आगे बढ़ाया जा रहा है, जिससे किसान भी आक्रामक हो गए हैं। कोल्हापुर में भी इस प्रोजेक्ट का तीव्र विरोध हो रहा है।राजू शेट्टी ने कहा कि दो दिन पहले जब एकनाथ शिंदे कोल्हापुर आने वाले थे, तब शक्तिपीठ विरोधी आंदोलनकारियों ने उनका विरोध करने का निर्णय लिया था, लेकिन इससे पहले ही कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर विरोध को दबा दिया गया। इस विरोध में शामिल गिरीश फोंडे ने भी कुणाल कामरा के व्यंग्य गीत का संदर्भ लेकर एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा था और उसी गीत में किसानों के मुद्दे जोड़कर विरोध जताने की बात कही थी, लेकिन अब मनपा में शिक्षक गिरीश फोंडे को निलंबित कर दिया गया है। इसके चलते किसान आंदोलन और भी आक्रामक हो गया है।

राजू शेट्टी ने गिरीश फोंडे के निलंबन के बाद सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि राजनीतिक दबाव में आकर टुकड़ों पर जीने वाले मनपा अधिकारियों ने उन्हें सहायक शिक्षक पद से निलंबित कर दिया। इससे यह साफ हो गया है कि राज्य की राजनीति किस हद तक गिर चुकी है। राज्य के शासक अब कायर हो चुके हैं, यह बात जनता के सामने आ चुकी है।

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