सामना संवाददाता / मुंबई
पुणे की गर्भवती महिला की मृत्यु के मामले में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के नेता, युवासेनाप्रमुख और विधायक आदित्य ठाकरे ने दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल ने महिला से १० लाख रुपए की मांग की थी और पैसे न दे पाने की वजह से उसकी मौत हो गई। अब उस अस्पताल पर बड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस किसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं? ऐसा सवाल भी आदित्य ठाकरे ने उठाया।
सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल ने एक गर्भवती महिला से १० लाख रुपए मांगे। वह महिला इतनी बड़ी रकम नहीं दे सकी और उसकी मौत हो गई। अब राज्य के मुख्यमंत्री इस अस्पताल पर कोई कार्रवाई करेंगे या नहीं, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।
उन्होंने आगे लिखा है कि इस प्रकरण में कई सवाल खड़े होते हैं। अस्पताल की आंतरिक समिति का कहना है कि पैसे मांगे ही नहीं गए, जबकि कल की प्रेस कॉन्प्रâेंस में डॉक्टरों ने पैसे मांगे जाने की बात स्वीकारी है और यह भी बताया गया है कि उस डॉक्टर ने इस्तीफा दे दिया है। ऐसे विरोधाभासी बयान देकर खुद को बचाने की कोशिश कर रहे इस अस्पताल पर पुणे के नागरिक वैâसे भरोसा कर सकते हैं?