१,३३६ पद रिक्त, विकास कार्य प्रभावित
अमर झा / भायंदर
मीरा-भायंदर महानगरपालिका का अजब-गजब कामकाज चल रहा है। मनपा में हजारों पद रिक्त हैं। आधे संख्याबल से मनपा अपना काम चला रही है, जिसका सीधा असर विकास कार्यो पर दिख रहा है, जबकि विगत कई वर्षों से अनेक महत्वपूर्ण वरिष्ठ पदों पर कनिष्ठ अधिकारियों को बतौर प्रभारी जिम्मा सौंपकर वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति को जानबूझकर लंबित रखे जाने के आरोप भी लगते रहे हैं।
ज्ञात हो कि मीरा-भायंदर मनपा में वर्ग १ से वर्ग ४ तक की श्रेणियों में २,५७० स्वीकृत पद हैं, जिनमें अब तक केवल १,२३४ पद ही भरे गए हैं, जबकि १,३३६ पद रिक्त हैं। हालांकि, मनपा ने इस कमी को अस्थाई रूप से दूर करने के लिए विभिन्न विभागों में संविदा स्वरूप को अपनाया है। दूसरी तरफ एसीबी द्वारा रंगे हाथों पकड़े गए अधिकारियों को महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी देने का मामला भी चर्चा में बना हुआ है। मनपा में अधिकारी-कर्मचारियों की कमी के कारण ही शायद एसीबी द्वारा रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़े गए कई अधिकारियों को महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिनमें मनपा के आस्थापना विभाग और टैक्स विभाग भी शामिल हैं। इसके अलावा मनपा में कई ऐसे कर्मचारी-अधिकारी हैं जो पुन: उन्हीं विभागों में कार्यरत हैं जिन विभागों में उन्हें एसीबी द्वारा रंगेहाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा था।