– मुंबई हमले के प्रमुख आरोपी के लिए कड़ी की गई सुरक्षा व्यवस्था
– एनआईए की पूछताछ के बाद आतंकी को मुंबई लाया जाएगा
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के २६/११ हमले का मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा को हिंदुस्थान लाने के बाद कुछ दिन दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा जाएगा। एनआईए द्वारा पूछताछ के बाद उसे मुंबई लाया जाएगा। मुंबई में उसे आर्थर रोड जेल में रखने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। एक उच्च पुलिस अधिकारी के मुताबिक, राणा को उसी अंडा सेल में रखा जा सकता है, जहां आतंकी कसाब को रखा गया था, क्योंकि यह अंडा सेल खूंखार आतंकियों को देखते हुए खासकर बनाया गया है।
अंडा सेल की यह कोठरी बम प्रूफ है, साथ ही अन्य सुरक्षा के मद्देनजर बनाई गई है। पुलिस अफसर के मुताबिक, राणा के आने की खबर के बाद आर्थर रोड जेल में हलचल तेज हो गई है।
३५ पुलिसकर्मियों के घेरे में रहेगा अंडा सेल!
-२६/११ हमले के मास्टरमाइंड का होगा नया ठिकाना
मुंबई पुलिस को उसका बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि २६/११ हमले के कई राज अभी भी अनसुलझे हैं।
२६/११ मुंबई हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा हिंदुस्थान में प्रत्यर्पण को लेकर बार-बार अमेरिकी चुनौती दे रहा था, लेकिन उसकी आखिरी चुनौती को अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया और प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी। दिल्ली के बाद जब उसे मुंबई लाया जाएगा और यहां उसे आर्थर रोड के अंडा सेल में रखे जाने की संभावना है। इस सेल की सुरक्षा में ३५ पुलिसवालों को तैनात किया जाएगा।
हिंदुस्थान की सुरक्षा एजेंसियों के आला अफसर राणा को लेने अमेरिका पहुंच गए और आज उसके हिंदुस्थान आने की संभावना है। खबर के मुताबिक, उसे बुधवार देर रात या गुरुवार की सुबह तक लाया जा सकता है। राणा को पहले एनआईए की निगरानी में रखा जाएगा। वहां गहन पूछताछ के बाद उसे मुंबई लाया जाएगा। मुंबई में आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए तहव्वुर राणा ने डेविड कोलमेन हेडली की मदद की थी। डेविड पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और हाफिज सईद के संपर्क में था और कई अहम जानकारियां साझा की थी।
१७५ लोग मारे गए थे
उस आतंकी हमले में १७५ लोगों की मौत हुई थी और ३०० से ज्यादा नागरिक घायल हुए थे। लश्कर-ए-तैयबा के १० आतंकियों ने हमले को अंजाम दिया था। १० में से सिर्फ एक ही आतंकी अजमल कसाब पुलिस के हाथ लगा था, बाकी सभी मारे गए थे।
कसाब को हुई थी फांसी
कसाब को २०१२ में फांसी दे दी गई थी। मुंबई पुलिस के आला अफसरों का कहना है कि तहव्वुर राणा हिंदुस्थान के हाथ लगने से पाकिस्तान पर एक और ठप्पा लग जाएगा कि आतंकी हमले में उसका हाथ था। अफसर ने यह भी बताया कि राणा की सुरक्षा उनके लिए चुनौती है, क्योंकि जेल में वैâदी को कुछ हो जाता है तो पूरी दुनिया में गलत मैसेज जाएगा कि हमारी जेल सुरक्षित नहीं है। ऐसे में भविष्य में विदेश से किसी भी अपराधी का प्रत्यर्पण करना मुश्किल हो जाएगा।
छह फीट चौड़ी, आठ फीट लंबी
आर्थर रोड का अंडा सेल ६ फीट चौड़ी और ८ फीट लंबी है। यहां वैâदी किसी और वैâदी को ना ही देख सकता है और न ही बात कर सकता है। यहां जेल के दूसरे स्टाफ का आना भी मना है। तकरीबन ३५ पुलिसकर्मी अंडा सेल की निगरानी में लगे रहते हैं।