मुख्यपृष्ठनए समाचारहिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई मिलकर मनाते हैं दुर्गा माता महोत्सव

हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई मिलकर मनाते हैं दुर्गा माता महोत्सव

रवीन्द्र मिश्रा / मुंबई

अंधेरी-पश्चिम स्थित गिल्वर्ट हिल पर स्थापित दुर्गा माता का एक ऐसा मंदिर है, जहां हनुमान जयंती पर आयोजित होने वाले पालकी में सभी जाति सभी धर्मों के लोग मिलकर इस उत्सव को मनाते हैं। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) अंधेरी-वर्सोवा विधानसभा के उप विभाग प्रमुख प्रसाद आयरे बताते हैं कि जिस गिल्वर्ट हिल पर दुर्गा माता का मंदिर बना है। वह हिल यानी पहाड़ी 65 हजार वर्ष पुरानी है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह ज्वाला मुखी विस्फोट से यह अस्तित्व में आया। पूरे विश्व में इस तरह के मात्र 3 हिल्स ही है। पहला मुंबई अंधेरी-पश्चिम स्थित गिल्वर्ट हिल, दूसरा ब्योमिंग अमरीका का डेविल्स टावर तथा तीसरा कैलिफोर्निया का डेविल्स फेस्ट जिसे पाईल नेशनल मान्यूमेंट कहा जाता है। 200 फिट ऊंचे इस हिल्स को सरकार ने राष्ट्रीय संपत्ति घोषित किया है। इस ऊंचे पहाड़ पर दुर्गा माता गांव देवी मंदिर है। इस मंदिर में दोनों नवरात्रों में भक्तों की अपार भीड़ होती है। लेकिन चैत्र नवरात्र समाप्त के बाद हनुमान जयंती पर माता की पालकी निकाली जाती है। दुर्गा माता के इस पालकी महोत्सव में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, वडार, धनगर, वाल्मीकि, कोली सहित सभी जाति जातियों के लोग मिलकर इस उत्सव को बड़े धूमधाम से मनाते हैं । यह उत्सव लोगों की एकता में अनेकता का प्रतीक माना जाता है। प्राकृतिक सौंदर्य का परिचय बने गिल्वर्ट हिल तथा पास के अंबोली हिल्स पर फिल्मों की खूब शूटिंग होती है । अब तक इस परिसर में जाल, कब क्यूं और कहां, राज, जब प्यार किसी से होता है, तकदीर, चार दिल चार राहें, हकीकत तथा हम है हिंदुस्तानी आदि फिल्मों का फिल्मांकन किया जा चुका है। गिल्वर्ट हिल पहुंचने के लिए अंधेरी स्टेशन पश्चिम से रिक्शा मिलता है या फिर श्रद्धालु यहां पैदल चल कर पहुंच सकते हैं। दुर्गा माता मंदिर पर पहुंचने के सीढियां बनी है, जिसमें लोग यहां आसानी से पहुंच सकते हैं।

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