अनिल मिश्र / पटना
बिहार प्रदेश के ऐतिहासिक गया शहर के हृदय स्थल चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल, नगर निगम का ब्रांड एंबेसडर राजेंद्र टावर, गया नगर निगम परिसर स्थित देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा, आजाद पार्क के मुख्य द्वार पर स्थित देश बंधु चितरंजन दास की प्रतिमा, इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल चौक, शहीद स्मारक कोतवाली एवं धामी टोला आदि महापुरुषों का स्थल तथा शहीद स्मारकों के पास फुटपाथों पर दुकानें लगाकर चारों ओर ऐसे अतिक्रमण किए हुए हैं कि महापुरुषों की प्रतिमाएं ही नजर नहीं आती हैं।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. गगन कुमार मिश्रा, चंद्रिका प्रसाद यादव, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, विपिन बिहारी सिन्हा, सकलदेव चंद्रवंशी, मनोज प्रजापति, सुबोध पाल, जगदीश प्रसाद यादव, मोहम्मद समद आदि ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल का मुख्य द्वार का गेट गायब है। परिसर में लगा 100 फीट वाला झंडा फटा है, इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल के पीछे शौचालय बना हुआ है, राजेंद्र टावर की घड़ी गायब है, जीर्ण-शीर्ण स्थिति में है, आजाद पार्क के मुख्य द्वार स्थित चितरंजन दास की प्रतिमा के पास मूत्रालय बना है, केदारनाथ मार्केट परिसर में पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रतिमा के चारों ओर अतिक्रमण एवं सब्जी की बोरियां तथा गंदगी का अंबार लगा है, शहर के दोनों शहीद स्मारकों कोतवाली के पास वाले एवं धार्मिक टोला वाले स्मारकों के चारों ओर फुटपाथ पर दुकानें लगी हैं।
नेताओं ने कहा कि वर्षों से बने महापुरुषों की प्रतिमाएं तथा शहीद स्मारकों की बदहाली तो दूर हो ही नहीं हो रही है, दूसरी ओर मुफस्सिल तीनमोहनी के पास प्रस्तावित एवं वर्षों पूर्व शिलान्यास किया हुआ महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह, समाहरणालय तीन मोहनी गोलमबर पर देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद, रायकाशी नाथ गोलमबर पर बिहार केशरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह, सिकडीया मोड़ पर बाबू जगजीवन राम की प्रस्तावित प्रतिमा स्थानों पर दूसरा शो गोलाकार लगा कर महापुरुषों के सम्मान के साथ खिलवाड़ तथा इनके चाहने वालों के साथ क्रूर मजाक किया जा रहा है।
नेताओं ने कहा कि इस संवेदनशील, गंभीर मुद्दों पर राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन एवं गया नगर निगम, सरकार को लगातार आवेदन देने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि प्रस्तावित स्थानों पर नया स्ट्रक्चर लगा दिया गया है। नेताओं ने राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन एवं गया नगर निगम से अविलंब महापुरुषों की प्रतिमाएं तथा शहीद स्मारकों को अतिक्रमण मुक्त, जीर्ण-शीर्ण स्थिति को ठीक कराने तथा प्रस्तावित स्थानों पर महापुरुषों की प्रतिमाएं स्थापित कराने की मांग की है।