सामना संवाददाता / मुंबई
करीब डेढ़ महीने पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता पद से इस्तीफा देकर उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हुईं नासिक की हेमलता पाटील ने अब शिंदे गुट को भी ‘जय महाराष्ट्र’ कह दिया है। इस घटना से नासिक की राजनीति में हलचल मच गई है। फिलहाल हेमलता पाटील ने स्पष्ट किया है कि वह अभी किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होंगी, लेकिन हेमलता के शिंदे गुट को अलविदा कहने के बाद सवाल उठने लगा है कि आखिर शिंदे से लोगों का अब मोहभंग क्यों होने लगा है।
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में हेमलता पाटील नासिक मध्य विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छुक थीं, लेकिन यह सीट महाविकास आघाड़ी के अंतर्गत शिवसेना को चली गई। शिवसेना ने वहां से पूर्व विधायक वसंत गीते को उम्मीदवार बनाया था। इसके बाद से ही हेमलता पाटील की नाराजगी सामने आई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्होंने वर्षों तक पार्टी के लिए ईमानदारी से काम किया, फिर भी उनके साथ अन्याय हुआ। पार्टी नेतृत्व ने पूरी तरह से उनकी अनदेखी की और नेता आपस में ही एक-दूसरे को नीचा दिखाने में व्यस्त हैं। इसके बाद हेमलता पाटील ने कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता पद से इस्तीफा देकर एकनाथ शिंदे गुट में प्रवेश किया था, लेकिन अब सिर्फ डेढ़ महीने में ही उन्होंने शिंदे गुट को भी अलविदा कह दिया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें शिंदे गुट में काम करने की स्वतंत्रता और न्याय नहीं मिल रहा, इसलिए वे इस्तीफा दे रही हैं। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि वे फिलहाल किसी भी अन्य पार्टी में नहीं जाएंगी। हालांकि, नाशिक में शिंदे गुट के नेताओं में पिछले कुछ दिनों से गुटबाजी बढ़ गई है और संगठनात्मक कामकाज ठप पड़ गया है, जिससे कार्यकर्ता असमंजस में हैं।