तुम धूप, मैं साया
तुम रूप, मैं माया
तू जहां, मैं वहां
तुम गगन, मैं तारा
तुम नदी, मैं किनारा
तू जहां, मैं वहां
तुम शब्द, मैं ध्वनि
तुम वीणा, मैं रागिनी
तू जहां, मैं वहां
तुम, मैं, मैं, तुम
तुम मुझमें, मैं तुझमें
तू जहां, मैं वहां
हमारा एक ही, आशियां
हमारा एक ही, आशियां
-वंदना मौर्या, इंदौर