सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के विकास की बजाय राज्य की प्रगति ठप्प पड़ गई है और नागरिकों को किसी भी विषय पर खुलकर सवाल करने से रोकने के लिए उन्हें विभिन्न विवादों में उलझाकर रखा जा रहा है। महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति बेहद गंभीर है। चाहे बीड प्रकरण हो या महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार, यहां न तो सत्ताधारी सुरक्षित हैं और न ही आम जनता की सुरक्षा पर कोई ठोस सुनवाई हो रही है। यह सरकार गैंडे से भी मोटी चमड़ी की है। हमारे सिर पर रावण से भी ज्यादा भयानक सरकार बैठी है।
कोई भी वादा पूरा नहीं
नासिक के ‘संकल्प शिविर’ में ऐसे जोरदार शब्दों में शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने महायुति सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि इस सत्तारूढ़ शक्ति द्वारा चुनाव में जीत के लिए दिए गए आश्वासनों में कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया।
जनता के चुनाव से नहीं
चुनाव आयोग के आशीर्वाद से
बनी है ये सरकार!
आदित्य ठाकरे का हमला
नासिक में कल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष की ओर से एक दिवसीय ‘संकल्प शिविर’ का आयोजन किया गया था। इस शिविर में ‘महाराष्ट्र कहां जा रहा है?’ इस विषय पर बोलते हुए युवासेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने महायुति सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ये सरकार जनता के चुनाव से नहीं, बल्कि चुनाव आयोग के आशीर्वाद से बनी है।
सभा को संबोधित करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुंबई के बाद अब यह शिविर नासिक में हो रहा है। हम मैदान में उतरकर लड़ने वाले लोग हैं, लेकिन अपनी दिशा तय करने के लिए जिलों और विभागों में ऐसे शिविर जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री बनने के बाद के १०० दिन ‘खुशहाल पीरियड’ माने जाते थे। इस बीच मुख्यमंत्री तमाम अच्छे निर्णय लेकर जनता को बड़ी राहत देते थे, लेकिन इस सरकार के पहले १०० दिनों में क्या हुआ? क्या एक भी नई योजना आई? क्या किसानों के लिए कोई अच्छी योजना लाई गई? युवाओं के लिए कोई पहल हुई? कोई खबर तक नहीं है।
लाडली बहनों को धोखा
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमने ‘लाडली बहन योजना’ में ३,००० रुपए देने की बात की थी, लेकिन इन्होंने उसे सिर्फ ५०० रुपए तक सीमित कर दिया। बजट में कोई ठोस योजना नहीं लाई गई। यह सरकार बेशर्मी की पराकाष्ठा पर है। इनमें से कोई कोर्ट में जाएगा और कोर्ट से इस योजना को रद्द करवा देगा। उन्होंने कहा कि पुणे में बलात्कार हुआ और गृह राज्यमंत्री बेतुके बयान देते हैं। कहते हैं कि सब शांति से निपटा, किसी को पता नहीं चला। माता-बहनों का अपमान करते हैं। लाखों महिलाओं को ‘लाडली बहन योजना’ से बाहर कर दिया जा रहा है। उन्होंने जनता से सवाल किया कि यह सरकार आपकी क्या लगती है? अरे इस सरकार की चमड़ी गैंडे से भी मोटी है और यह रावण से भी ज्यादा भयानक सरकार है, जो हमारे सिर पर राक्षस बनकर बैठी है।