मुख्यपृष्ठनए समाचारशिंदे गुट के इस नेता के खिलाफ बलात्कार और अत्याचार का मामला...

शिंदे गुट के इस नेता के खिलाफ बलात्कार और अत्याचार का मामला दर्ज!..एफआईआर के बाद जांच में जुटी पुलिस

राजेश जायसवाल / मुंबई

शिंदे गुट के वरिष्ठ नेता व दीघा के पूर्व नगरसेवक रामाशीष यादव के खिलाफ रबाले एमआईडीसी पुलिस में बलात्कार, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दीघा में रहने वाली एक ४९ वर्षीय महिला ने ६० वर्षीय रामाशीष यादव पर मदद के नाम पर बार-बार यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, नगरसेवक रामाशीष यादव ने नई मुंबई के अलग-अलग लॉज और पीड़ित महिला व अपने घर पर कई बार शारीरिक संबंध बनाया, जिसके चलते वह कई बार गर्भवती हुई।
महिला के मुताबिक, साल २०१६ में यादव ने यादव नगर के कृष्णा मेडिकल से उसे गर्भपात की गोली देकर जबरदस्ती गर्भपात भी कराया। इसी तरह शारीरिक संबंधों से जब महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया तो यादव ने बच्चे को स्वीकार करने से इंकार कर दिया और पीड़ित महिला को डांटा तथा डराया-धमकाया। इसके बाद यादव उसे हर महीने ५ हजार रूपये घर खर्च के नाम पर देने लगा, परंतु साल २०२० में यादव ने पैसे देना बंद कर दिया।
महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि साल २००५ में अपने पति से विवाद के बाद वह अपना घर छोड़ रही थी, तभी यादव ने कथित तौर पर उसे घर पर ही रहने की सलाह दी और वादा किया कि अगर वह अपने पति को छोड़ देगी तो वह उसका और बच्चों का पूरा ख्याल रखेगा। बाद में उसने उसे महापे में मिलने के लिए बुलाया और एक लॉज में ले गया, जहां महिला के साथ कथित तौर पर जबरन बलात्कार किया।
पीड़ित महिला ने यह भी दावा किया कि यादव ने कई मौकों पर विभिन्न लॉज और यादव नगर स्थित अपने ‘व्हाइट हाउस’ आवास पर उसका यौन शोषण करना जारी रखा। जब महिला गर्भवती हो गई, तो यादव ने कथित तौर पर उस पर गर्भपात कराने का दबाव डाला और विभिन्न डॉक्टरों के माध्यम से गर्भावस्था को समाप्त करने का भी प्रयास किया। परन्तु जब गर्भपात विफल हो गया, तो उसने मार्च २०१० में एक बेटे को जन्म दिया। महिला ने दावा किया कि वह २०१६ में एक बार फिर गर्भवती हो गई और इस बार यादव ने कथित तौर पर उसे गर्भपात की गोलियां खाने के लिए मजबूर किया, जिससे गर्भावस्था को जबरन समाप्त कर दिया गया। आखिरकार, न्याय की आस लिए पीड़ित महिला ने रबाले एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में पूर्व नगरसेवक रामाशीष यादव के खिलाफ बलात्कार और अत्याचार का मामला दर्ज कराया। आगे इस मामले की जांच पुलिस उप-निरीक्षक राहुल गरड कर रहे हैं।
बता दें कि दीघा में रामाशीष यादव का काफी दबदबा है। जिसके चलते यहां पर उसकी मर्जी का व्यक्ति ही नगरसेवक चुना जाता है। यादव खुद इस क्षेत्र से दो बार नगरसेवक रहा है।

अन्य समाचार