सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में `लाडली बहन योजना’ आखिरकार किसके लिए सिरदर्द साबित होगी। इसे लेकर सभी दलों में जोर-शोर से चर्चा चल रही है। इस बीच कल जयसिंहपुर शहर की पूर्व महापौर नीता दांडेकर-माने ने `मानसिक दिवालिए’ का ज्ञान देते हुए १,५०० रुपए वैâसे खर्च करें और घर चलाएं इस पर क्लास ली। उन्होंने कहा कि कौन कहता है कि महीने में १,५०० से २,२०० तक तेल लगता है। चार लोगों को प्रतिमाह अमूमन डेढ़ किलो तेल की जरूरत होती है। महंगाई कहां बढ़ी है। सब्जियां खराब हुई हैं। इससे सब्जियों के दाम बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि अगर महंगाई बढ़ी है, तब भी ५०० रुपए प्रतिमाह से ज्यादा खर्च नहीं होगा। महंगाई बढ़ी भी होगी तो भी भाइयों ने खर्च के लिए हजार रुपए दिए हैं। १,५०० में से ५०० खर्च हो गए तब भी लाडली बहनों को एक हजार रुपए बचेंगे। यह बात समझनी चाहिए। उनके इस बयान ने एक बार फिर से विवाद पैदा कर दिया है। साथ ही लाडली बहनों के साथ ही लाडले भाइयों में भी गुस्सा देखा जा रहा है। इससे पहले भाजपा सांसद धनंजय महाडिक और महिला नेता मेघारानी जाधव समेत महायुति की ओर से लाडली बहनों को मानो धमकाने की मुहिम ही चला दी है। इन धमकियों का वीडियो वायरल हो रहा है। इसी में अब हातकणंगले में महायुति समर्थित प्रत्याशी अशोकराव माने की बहू और जयसिंहपुर शहर की पूर्व नगराध्यक्ष नीता दांडेकर-माने ने खुलेतौर पर बौद्धिक क्लास लगाते हुए कहा कि महंगाई कहां है, लाडली बहनें ५०० रुपयों में महीनेभर तक अपने घर चला सकती हैं। उनके इस ज्ञान पर लोगों में गुस्सा दिखाई दे रहा है। उल्लेखनीय है कि पहली बार भाजपा सांसद धनंजय महाडिक ने आक्रामक अंदाज में लाडली बहनों को धमकी दी थी। इसके बाद उन्होंने मामले पर माफी मांगने की बजाय कहा कि `लव जिहाद’ को रोकने की मैंने ये बातें कहीं थीं। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने और विपक्षी दलों द्वारा इसकी कड़ी आलोचना किए जाने के बाद धनंजय महाडिक ने कुछ ही मिनटों में माफी मांगते हुए जवाब दिया कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।
महायुति को वोट नहीं देने पर वसूल लेंगे ३,००० रुपए
इस विवाद के बढ़ते ही भाजपा की महिला उपाध्यक्ष मेघारानी जाधव ने बुधवार को विवादित बयान देते हुए कहा कि हमने १,५०० रुपए दिए हैं। यदि महायुति को वोट नहीं दिए तो हम ३,००० रुपए वसूल लेंगे। इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।