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महायुति में छिड़ा महा घमासान! …चुनाव नतीजे से पहले ही अजीत को बताया सीएम

– देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे हुए नाराज
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आएंगे उससे पहले ही ऐसा लगता है कि महायुति में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर लड़ाई छिड़ गई है। उल्लेखनीय है कि कुछ एग्जिट पोल में महायुति और कुछ में महाविकास आघाड़ी के बीच नजदीकी मुकाबले की बात कही गई है। इस बीच महायुति में महा घमासान छिड़ गया है। चुनावी नतीजे से पहले ही अजीत पवार को सीएम बताए जाने से देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने भी नाराजगी जताई है।
महाराष्ट्र में विधानसभा की २८८ सीटें हैं और सभी सीटों पर एक ही चरण में २० नवंबर को मतदान हुआ था। राज्य में सरकार बनाने के लिए १४५ विधायकों का समर्थन चाहिए। चुनाव के नतीजे आज आएंगे। लोकसभा चुनाव के नतीजों में खराब प्रदर्शन के बाद महायुति ने पूरे जोर-शोर के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी और किसी तरह की गुटबाजी से बचने के लिए किसी भी नेता को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश नहीं किया था, लेकिन अब जब चुनाव नतीजे आने में कुछ घंटे का वक्त बचा है तो उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को उनकी पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री बताने वाले पोस्टर लगा दिए हैं। पुणे में पार्टी के नेता संतोष नांगरे का एक पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें महायुति सरकार के सत्ता में आने पर अजीत पवार को मुख्यमंत्री बताया गया है। हालांकि, जब इसे लेकर विवाद शुरू हुआ तो इस पोस्टर को हटा लिया गया है। मतलब बीजेपी और शिवसेना (शिंदे) को यह पोस्टर पसंद नहीं आया है।
बारामती में भी लगे पोस्टर
सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ पोस्टरों के जरिए अजीत पवार को भावी मुख्यमंत्री बताया गया है। इस तरह के पोस्टर बारामती में लगाए गए हैं। बारामती से ही अजीत पवार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें अपने भतीजे युगेंद्र पवार से चुनौती मिली है।

अजीत पवार से गठबंधन तोड़ने की उठी थी मांग
यहां इस बात को बताना जरूरी होगा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद महायुति के अंदर अजीत पवार के खिलाफ आवाज उठी थी। न सिर्फ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बल्कि बीजेपी के भी कई कार्यकर्ताओं ने कहा था कि अजीत पवार के साथ गठबंधन तोड़ दिया जाना चाहिए। कई कार्यकर्ताओं ने खुले मंच पर यह मांग की थी। उस वक्त तमाम असमंजस को दरकिनार करते हुए बीजेपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने चुनाव में अजीत पवार के साथ ही जाने का पैâसला किया था।

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