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गद्दारों में शुरू हुई भगदड़… अजीत गुट के १५ विधायक शरद पवार की राह

सामना संवाददाता / मुंबई

लोकसभा चुनाव में शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने जोरदार प्रदर्शन किया है। एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के कुल आठ सांसद चुने गए हैं। दावा है कि इसी वजह से अजीत पवार गुट के विधायकों में विधानसभा चुनाव को लेकर डर बढ़ गया है। कई लोगों का कहना है कि अजीत पवार गुट के कुछ विधायक घर वापसी की तैयारी में हैं। ऐसा सीधा दावा शरद पवार की पार्टी (एनसीपी) नेता और विधायक रोहित पवार ने किया है। अब इस पर एनसीपी (शरदचंद्र पवार) पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने भी सांकेतिक बयान देते हुए रोहित पवार के बयान का समर्थन किया है। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए जयंत पाटील ने एक वाक्य में कहा कि मेरे मोबाइल फोन का इस्तेमाल बढ़ गया है। उनके इस बयान ने लगातार चल रही चर्चाओं को हवा दे दी है। उन्होंने अजीत पवार गुट में भगदड़ की संभावना को लेकर बिलकुल भी इनकार नहीं किया।
एक वाक्य में जयंत पाटील का जवाब
राकांपा (शरदचंद्र पवार) पार्टी ने अपने निर्वाचित उम्मीदवारों को बधाई दी। इसके बाद प्रेस कॉन्प्रâेंस कर विजयी प्रत्याशियों का परिचय कराया गया। इस अवसर पर जयंत पाटील ने विभिन्न विषयों पर टिप्पणी की। पत्रकारों ने उनसे एनसीपी (शरदचंद्र पवार) में घर वापसी करने वाले विधायकों की चल रही चर्चा पर सवाल किया कि कुछ लोग आपके संपर्क में हैं। दावा किया जा रहा है कि इस लोकसभा चुनाव में विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त न मिलने के कारण अजीत पवार गुट के कुछ विधायक घर लौट आएंगे। तो क्या वाकई कोई विधायक आपके संपर्क में है? इस सवाल का जवाब जयंत पाटील ने एक वाक्य में दिया। जयंत पाटील ने कहा कि मेरे मोबाइल फोन का इस्तेमाल बढ़ गया है।
सही समय पर सही निर्णय
हम अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन पिछले दो दिनों से लोगों का मूड बदला हुआ है, इसलिए मैं अभी इस बारे में बात नहीं करूंगा। अभी बहुत ज्यादा जल्दबाजी करना उचित नहीं है। हम महाराष्ट्र के लोगों की राय को लेकर बहुत चिंतित हैं।’ हमारे कई विधायक अजीत पवार के साथ चले गए, लेकिन इस लोकसभा चुनाव में जनता ने उन्हें करारा जवाब दिया है। जयंत पाटील ने कहा कि हम सही समय पर सही काम करेंगे।
हार को लेकर अजीत गुट में हलचल
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में महागठबंधन को झटका लगा है। महायुति केवल १७ सीटें जीतने में सफल रही। इनमें भारतीय जनता पार्टी को ९ सीटें और अजीत पवार गुट को सिर्फ १ सीट मिलीं, जबकि महाविकास आघाड़ी को ३० सीटें मिलीं। महायुति को उतनी सफलता नहीं मिल पाई, जितनी वह चाहती थी। इससे एनसीपी से अलग होकर अजीत पवार के साथ आए नेताओं के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगा है। यहां बेहतर भविष्य की आशंका को देखते हुए एनसीपी छोड़कर गए कई नेता अब शरद पवार के साथ आना चाहते हैं। एनसीपी (शरदचंद्र पवार) नेता रोहित पवार ने दावा किया कि अजीत पवार के साथ छोड़ने के लिए १५ से अधिक विधायक अब शरद पवार के संपर्क में हैं। विफलता पर चर्चा के लिए मुंबई में एनसीपी के अजीत पवार गुट के नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।
दादा की बैठक में ४ की दांडी
लोकसभा चुनाव में भारी हार और १९ विधायकों के पार्टी छोड़ने की आशंका के मद्देनजर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कल अपने गुट के विधायकों की बैठक बुलाई। सुबह उनके देवगिरी स्थित आवास पर पार्टी के कोर कमेटी की बैठक हुई। इसमें अजीत पवार, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे आदि मौजूद थे। शाम को एक पांच सितारा होटल में विधायकों की बैठक हुई, लेकिन इस बैठक में धर्मरावबाबा अत्राम, सुनील टिंगरे, नरहरी झिरवाल, राजेंद्र शिंगणे मौजूद नहीं थे।

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