विक्रम सिंह / सुल्तानपुर
महाराणा सांगा पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन की अपमानजनक टिप्पणी से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी शुक्रवार को भड़क उठा। नगर के विद्यार्थियों व परिषद कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेटक सामने बीच चौराहे पर राज्यसभा में सपा के सांसद सुमन का पुतला दहन किया एवं केंद्र सरकार से महापुरुषों के ऊपर गलत टिप्पणी करने वालों पर जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई की मांग की।
इस अवसर पर आयोजित सूक्ष्म सभा में परिषद के जिला संयोजक तेजस्व पांडेय ने कहा कि जो लोग भारत के महापुरुषों को अपमानित करते हैं, उन आक्रांताओं का महिमामंडन करते हैं, जिन्होंने भारत की सनातन संस्कृति को रौंदने का कार्य किया था, बेटियों की इज्जत पर हाथ डालने और हमारी आस्था पर प्रहार किया था। उसे आज का यह नया भारत स्वीकार करने को कतई तैयार नहीं है। आक्रांता के महिमामंडन का मतलब देशद्रोह की नींव को पुख्ता करना है। स्वतंत्र भारत ऐसे किसी देशद्रोही को स्वीकार नहीं कर सकता है। नगर मंत्री आदर्श शुक्ल ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में राणा सांगा के विषय में जो अभद्र टिप्पणी की है, वो सत्य से परे तो है ही, हर देशभक्त हर राष्ट्रवादी के लिए बहुत ही कष्टप्रद है। तुष्टीकरण और वोटबैंक की राजनीति के चलते हमारे महानायकों को खलनायक और गद्दार कहा जा रहा है। मधुरम पाठक ने कहा कि आतताई और बर्बर शासक का महिमामंडन करने के लिए कुछ लोग अपने ही महानायकों को छोटा दिखाने की होड़ में लगे हैं। इतिहास के सत्य पुनर्लेखन का युग आ चुका है। यदि सपा के राज्यसभा सांसद पर कार्रवाई न हुई तो अभाविप नगर, तहसील, जिला, प्रांत और राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन, धरना और प्रदर्शन करेगी। इस अवसर पर राज मिश्र, एकांश मिश्र, अभय सिंह, परमेंद्र सिंह, अनिल सिंह, शिबम दुबे, सुमित सिंह, सत्यम चौरसिया, उत्कर्ष सिंह, शिवम पाण्डेय आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।