उमेश गुप्ता / वाराणसी
वाराणसी के मानसिक चिकित्सालय में भर्ती सहारनपुर का हत्या के प्रयास का आरोपी बंदी समीर मंगलवार की सुबह फरार हो गया। उसके फरार होते ही अस्पताल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मानसिक चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. एके राय ने बताया कि कैदी के भागने की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए उसे सहारनपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आज उसे वाराणसी लेकर पहुंचेगी।
मानसिक चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. एके राय ने बताया कि मंगलवार सुबह समीर शौच के लिए बाहर निकला और निर्माणाधीन हिस्से का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। सुबह नाश्ते के समय जब मरीजों की गिनती की गई, तो समीर लापता पाया गया। अस्पताल प्रशासन और सुरक्षाकर्मियों ने उसे काफी खोजने की कोशिश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
चूंकि समीर सहारनपुर का निवासी है, इसलिए पुलिस ने तुरंत वहां की पुलिस से संपर्क किया। वाराणसी पुलिस टीम सहारनपुर पहुंची और वहां रेलवे स्टेशन पर निगरानी शुरू की। इसी दौरान पुलिस ने समीर को बेगमपुरा एक्सप्रेस से उतरते हुए गिरफ्तार कर लिया। डॉ. एके राय के अनुसार, सहारनपुर पुलिस ने 28 जून 2024 को समीर को मानसिक चिकित्सालय में भर्ती कराया था। समीर हत्या के प्रयास का आरोपी है और मानसिक स्थिति बिगड़ने के कारण उसे वाराणसी भेजा गया था।
हालांकि, 6 दिसंबर 2024 को उसे स्वस्थ घोषित कर दिया गया था। इस बारे में 31 दिसंबर को न्यायालय और जेल अधीक्षक को पत्र भेजकर सूचित किया गया था, लेकिन पुलिस एस्कॉर्ट की अनुपलब्धता के चलते उसे अब तक जेल नहीं भेजा गया था, जिसका फायदा उठाकर वह भाग निकला।
इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में मानसिक चिकित्सालय के दो अटेंडेंट और एक होमगार्ड के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। अटेंडेंट महेंद्र सिंह यादव को निलंबित कर दिया गया है, जबकि आउटसोर्सिंग से आए अटेंडेंट रजनीश कुमार सैनी की सेवा समाप्त कर दी गई है।