सामना संवाददाता / मुंबई
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में सरकार गिराने के लिए ५० खोकों की पेशकश की गई। इस बारे में पूछे जाने पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने कहा कि गौतम अडानी का पैसा कहीं भी जा सकता है। मोदी, शाह का पैसा मतलब गौतम अडानी का पैसा है। गौतम अडानी मोदी और शाह की दौलत को संभालने का काम कर रहे हैं और उसी पैसे से देश की राजनीति को बर्बाद कर रहे हैं और सड़ा रहे हैं।
साल २०१९ विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने खुलासा किया कि सरकार बनाने के लिए भाजपा-राकांपा की बैठक में उद्योगपति गौतम अडानी मौजूद थे। इसी का हवाला देते हुए शिवसेना सांसद संजय राऊत ने आरोप लगाया कि शिवसेना, राकांपा के टूटने और उद्धव ठाकरे की सरकार को गिराने के पीछे अडानी का हाथ था। संजय राऊत ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी जवाब दिया, जिन्होंने महाविकास आघाड़ी की आलोचना करते हुए इसे अनैतिक बताया था। संजय राऊत ने कहा कि योगी को अनैतिक और नैतिक की बात नहीं करनी चाहिए। जिनके राज में राम मंदिर के काम में भ्रष्टाचार हुआ, वहां जाकर देखना चाहिए कि उनके राज्य का काम व्याज नैतिकता पर कितना आधारित है। राऊत ने पलटवार करते हुए कहा कि राम मंदिर में लीकेज होने लगा। ऐसे में वे हमें कौन सी नैतिक बातें बता रहे हैं। महाराष्ट्र में वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए भाजपा ने `बंटेंगे तो कटेंगे’ का एलान किया है। लेकिन `बटेंगे तो कटेंगे’ पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों के बीच दरार आ गई है। अजीत पवार के बाद पंकजा मुंडे ने भी कहा कि इस नारे की यहां जरूरत नहीं है। पंकजा मुंडे के बयान का स्वागत करते हुए संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र में `बंटेंगे तो कटेंगे’ की भाषा नहीं चलेगी। हम महाराष्ट्र धर्म का पालन करते हैं। महाराष्ट्र को बनाने वाले सभी जाति के लोग हैं। शाहीर अमर शेख से लेकर शाहीर अन्नाभाऊ साठे तक, कई जातियों के लोग महाराष्ट्र के निर्माण में सबसे आगे थे। उन्होंने हमें मुंबई के साथ-साथ महाराष्ट्र भी दिलाया।
महाराष्ट्र में हमारी सरकार आते ही
६ महीने में हिल जाएगी मोदी सरकार!
संजय राऊत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र में डेरा जमा लिया है, क्योंकि महाराष्ट्र उनसे भीख नहीं मांगता। इसलिए चुनाव शुरू होने के बाद से ही हम कहते आ रहे हैं कि महाराष्ट्र में भाजपा की हार हो रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हमारी सरकार आते ही अगले ६ महीने में दिल्ली की मोदी सरकार हिल जाएगी। इसलिए देश की नजर महाराष्ट्र के नतीजे पर है। तभी मोदी, शाह, गुजरात की वैâबिनेट पूरे राज्य में घूम रही है। लेकिन हमें यकीन है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी सरकार आएगी।
महाराष्ट्र में बैठी गुलामों की सरकार
संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र में मोदी द्वारा स्थापित गुलामों की सरकार है। शिवतीर्थ का एक इतिहास है और वहां पर शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे की स्मृति स्थल भी है। उन्होंने मोदी को चुनौती दी कि वे अपने सीने पर हाथ रखकर बताएं कि क्या उन्होंने महाराष्ट्र को तोड़ने और मुंबई के महत्व को कम करने के लिए शिवसेना को नहीं तोड़ा है। उन्होंने आगे कहा कि मोदी आएंगे और जाएंगे। वे प्रचार समाप्त होने के तुरंत बाद ब्राजील के लिए रवाना हो रहे हैं। वहां से वे दो और देशों में जाएंगे। क्या आधुनिक हिंदुस्थान का यह शिल्पकार देश में मौजूद है? ग्रामपंचायत से लेकर लोकसभा तक यह आधुनिक शिल्पकार प्रचार में रहता है। जब भी चुनाव आता है तो भाजपा उनसे प्रचार कराती है। अगर कोई प्रचार नहीं है, तो वे विश्व भ्रमण पर रहते हैं और दुनिया भर में घूमते रहते हैं।