सामना संवाददाता / मुंबई
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता, युवासेनाप्रमुख और नवनिर्वाचित विधायक आदित्य ठाकरे को कल सर्वसम्मति से विधानमंडल में शिवसेना विधायक दल का नेता चुना गया। शिवसेना नेता और विधायक भास्कर जाधव को विधानसभा में गुट नेता बनाया गया है, जबकि मुख्य सचेतक का दायित्व एक बार फिर विधायक सुनील प्रभु को सौंपा गया है।
एक बार फिर महाराष्ट्र की सेवा में हाजिर हूं! -आदित्य ठाकरे
फिर भारतीय जनता पार्टी के १३३ विधायक, जो जीतकर आए हैं, वे क्या करेंगे? पिछले ढाई साल में उन्हें कुछ नहीं मिला। क्या वे यूं ही बैठे रहेंगे?
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल पक्ष के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक ली, जिसमें नई नियुक्तियों पर निर्णय लिया गया। इस मौके पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह एक नई शुरुआत है। मैं एक बार फिर महाराष्ट्र की सेवा में हाजिर हो गया हूं। विधानमंडल में शिवसेना विधायक दल के नेता चयन को लेकर शिवसेना पर परिवारवाद का आरोप लगाने वाले घातियों पर पलटवार करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि थोड़ी तो शर्म करो। बोलना है मतलब कुछ भी बोलना, यह बंद करो। मीडिया से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने सवाल उठाया कि ४८ घंटे हो गए, मुख्यमंत्री कौन है? पत्रकारों ने जवाब दिया कि शिंदे गुट एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने पर जोर दे रहा है। इस पर आदित्य ठाकरे ने कटाक्ष करते हुए कहा कि फिर भारतीय जनता पार्टी के १३३ विधायक, जो जीतकर आए हैं, वे क्या करेंगे? पिछले ढाई साल में उन्हें कुछ नहीं मिला। क्या वे यूं ही बैठे रहेंगे? आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि शिवसेना महाराष्ट्र और आम जनता के मुद्दों पर मजबूती से काम करती रहेगी। पक्ष के प्रति जनता के विश्वास को कायम रखना ही उनकी प्राथमिकता होगी।
बता दें कि शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में ‘मातोश्री’ निवास पर शिवसेना के सभी नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें यह निर्णय लिया गया। इस दौरान सभी विधायकों के सुझावों और विचारों को ध्यान में रखते हुए विस्तृत चर्चा के बाद उक्त निर्णय लिया गया। विधानसभा चुनाव में विजयी २० नवनिर्वाचित विधायकों को उद्धव ठाकरे ने इस मौके पर बधाई दी।
विपक्षी दल की भूमिका पर जोर
बैठक के बाद गुट नेता भास्कर जाधव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने आदित्य ठाकरे को गुट नेता बनाने का सुझाव दिया था, लेकिन शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने उन्हें विधानमंडल में शिवसेना विधायक दल का नेता बनाने का आदेश दिया। मैं सात बार विधायक रह चुका हूं और विधानसभा में जनता की समस्याओं को प्रभावी ढंग से उठाऊंगा। सरकार को सही ढंग से चलाने के लिए एक मजबूत विपक्ष होना चाहिए और इसके लिए हमें विपक्ष के नेता का पद मिलना चाहिए। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि अन्य पार्टियों की तरह शिवसेना के विधायक दल के नेताओं की नियुक्ति नियमों के अनुसार की गई है। उन्होंने विश्वास जताया कि पक्ष विधानसभा में जनहित के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाएगी।