सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबईवासियों की समस्याओं, रिटायर पुलिसकर्मियों, मिल मजदूरों के घरों आदि विषयों को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता और युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने कल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मंत्रालय में मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे मुंबईकरों की विभिन्न समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिले थे। जिसमें प्रमुख रूप से पुलिस के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के घरों की समस्या, मिल मजदूरों के लिए घरों की मांग, मुंबई में सफाई एवं तमाम परियोजना के संचालन, सभी के लिए पानी योजना, टोरेस कंपनी घोटाले आदि के बारे में उन्होंने बात की। आदित्य ठाकरे ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारी मांग है कि मुंबई पुलिस के जो रिटायर कर्मी हैं, उन्हें मुंबई में ही घर मिलना चाहिए। मुंबई पुलिस के बहुत से सेवानिवृत्त कर्मचारी और उनके परिवार कई पीढ़ियों से मुंबई में रह रहे हैं, लेकिन अब उनके लिए घर पाना कठिन हो गया है। उन्होंने कहा कि जो सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी अभी भी पुलिस कैंपों में रह रहे हैं, उनके बढ़े हुए किराया शुल्क को वापस लिया जाए। पहले यह शुल्क २० रुपए था, अब इसे १५० रुपए प्रति वर्ग फीट कर दिया गया है, जो बहुत अधिक है।
आदित्य ठाकरे ने टोरेस घोटाले के मामले पर भी मुख्यमंत्री से चर्चा की और मांग की कि इस मामले में जल्दी से जल्दी कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, उन्होंने मिल कामगारों के घरों के लिए बैठक करने की अपील की। मिल मजदूरों के घरों का मुद्दा अब भी पूरी तरह से सुलझा नहीं है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि डावोस दौरे के बाद इस मामले पर बैठक की जाएगी। आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि मुंबई में कई पुलिस इमारतें, जैसे कि कुर्ला, नायगांव, वरली, माहीम, मरोल आदि को मरम्मत की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार के दौरान इन इमारतों के निर्माण के लिए ६०० करोड़ रुपए की राशि तय की गई थी और यह प्रस्ताव अब फिर से विचार किया जाना चाहिए।