सामना संवाददाता / मुंबई
४० गद्दारों को जब से सूरत लेकर भागे तभी से महाराष्ट्र के उद्योग गुजरात में ले जाने की शुरुआत हुई। भाजपा का हर कदम महाराष्ट्र विरोधी था, ये घातियों को रंच मात्र भी समझ में नहीं आया। अब उन्हें लगेगा कि ४० खोके देकर सांसद और विधायकों को भगा ले गए, वैसे ही महाराष्ट्र भी जीता जा सकेगा। लेकिन महाराष्ट्र स्वाभिमानी है। इसलिए किसी को भी खरीदा नहीं जा सकेगा। इन शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता, युवासेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे ने घाती गुट और भाजपा पर जोरदार हमला किया।
शिरडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार भाऊसाहेब वाकचौरे ने कल नगर जिले के राहता प्रशासनिक कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इससे पहले अयोजित सभा में आदित्य ठाकरे बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपील करते हुए कहा लोगों से कि अगर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को बचाना है, महिलाओं और किसानों की समस्याओं का समाधान करना है, तो शिवसेना के मशाल चुनाव चिह्न को वोट दीजिए।
ये है असली ठाकरे गारंटी
आदित्य ठाकरे ने मोदी सरकार की धोखेबाज नीति की कड़ी आलोचना की। आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के सत्ता में आने के बाद हमने सबसे पहले किसानों का कर्ज माफ किया था, जो असली ठाकरे गारंटी है। उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार ने सूखे से प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया, लेकिन मोदी सरकार ने दिल्ली में किसानों पर ड्रोन के जरिए आंसू गैस छोड़ी।
‘संविधान बदलने के लिए दे रहे हैं
४०० पार का नारा!’
जनता को अब यह तय करना होगा कि अपना वोट देने का अधिकार बचाए रखना है या नहीं। भाजपा के कई लोग कह रहे हैं कि हम चार सौ पार करेंगे। वह इसलिए क्योंकि उन्हें संविधान बदलना है। क्या आप इससे सहमत हैं? भाजपा आपकी बात नहीं सुनना चाहती। वह सिर्फ अपनी बात कहना चाहती है। जनता को गुमराह करते हुए भाजपा ने चुनाव में कई सपने दिखाए थे। लेकिन हकीकत में स्थिति इसके विपरीत रही। इस तरह के सवालों की बौछार करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने जोरदार तरीके से हमला बोला।
उल्लेखनीय है कि शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे का संपूर्ण महाराष्ट्र में ‘शाखासंवाद’ का तूफान चल रहा है। गत गुरूवार की देर शाम मुंबई के कुलाबा में स्थित गीता नगर में इस संवाद का आयोजन किया गया था। इसमें हजारों मुंबईकर उपस्थित थे। बता दें कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष की तरफ से दक्षिण मुंबई से अरविंद सावंत को एक बार फिर से लोकसभा के मैदान में जीत की हैट्रिक लगाने के लिए उतारा गया है। सभा को संबोधित करते हुए आदित्य ठाकरे ने विश्वास जताया कि गीता नगर की जनता अरविंद सावंत के साथ है। उन्होंने कहा कि हम कई सालों से यहां आ रहे हैं। लेकिन हमने पिछले दस सालों में दक्षिण मुंबई में विकास देखा है। ऐसा पहले नहीं था यहां जल माफिया राज था। लेकिन सबसे पहले अरविंद सावंत ने इसे रोका। इसलिए गीता नगर की जनता अरविंद सावंत के साथ खड़ी होगी। इस मौके पर आदित्य ठाकरे ने भाजपा के ४०० पार के नारे को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि संविधान को बदलने के लिए चार सौ पार के नारे दे रहे है। पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अब लोगों को तय करना चाहिए कि किस दिशा में वोट करना है।
भाजपा की धोखेबाजों जैसी नीतियां
आदित्य ठाकरे ने कहा कि जनता को गुमराह करते हुए भाजपा ने चुनाव में आम लोगों को कई सपने दिखाए थे। लेकिन हकीकत में स्थिति इसके विपरीत रही। भाजपा की हमेशा से धोखेबाज जैसी नीतियां रही हैं। उन्होंने सवाल पूछा कि क्या आपके खाते में १५ लाख रुपए आए? क्या महंगाई कम हुई? क्या गैस सिलेंडर सस्ता हो गया? पेट्रोल और डीजल के दाम पहले क्या थे और अब क्या हैं? क्या विकसित भारत का सपना पूरा हुआ? १०० स्मार्ट शहरों का क्या हुआ? उन्होंने कहा था कि वे काला धन वापस लाएंगे। उनके काले धन का तो पता नहीं चला, लेकिन इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाला सामने जरूर आ गया। साल २०१४ और २०१९ में जो उन्होंने कहा उस पर बात नहीं कर रहे हैं। अब कहते हैं कि विपक्षी दल के लोग नॉनवेज खाते हैं।