सामना संवाददाता / भायंदर
भायंदर-पूर्व के जेसल पार्क स्थित सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल ने `कोमल योग और फिटनेस स्टूडियो’ के सहयोग से एक अनूठी पहल `सिंथेसिस’ की शुरुआत की है। यह कार्यक्रम योग और साहसिक यात्रा को एक साथ मिलाकर छात्रों के शारीरिक और मानसिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का उद्देश्य रखता है। २०१३ से कोमल सोढ़ी और वैâप्टन अशोक त्रिपाठी के कुशल मार्गदर्शन में संचालित यह पहल छात्रों को उनके आराम क्षेत्र से बाहर निकालकर प्रकृति के करीब लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सितंबर २०२३ में सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल और सिंथेसिस टीम ने एक साहसिक ट्रेकिंग अभियान आयोजित किया, जिसमें छात्रों ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ३,५०० मीटर (११,४८३ फीट) की ऊंचाई पर स्थित लेखा टॉप शिखर पर सफलता हासिल की। राज्य के इतिहास में यह पहली बार था, जब किसी स्कूल की टीम ने इस शिखर को छुआ। इस अभियान का उद्देश्य छात्रों को प्रकृति की अद्वितीय सुंदरता से परिचित कराना और उन्हें कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने अंदर छिपी असीम क्षमताओं को पहचानने के लिए प्रेरित करना था।
सितंबर २०२४ में इस अनूठी पहल ने छात्रों को एक और रोमांचक अनुभव का हिस्सा बनने का अवसर दिया। इस बार लक्ष्य था उत्तरकाशी जिले के १२,५०० फीट (३,८०० मीटर) की ऊंचाई पर स्थित केदारकंठ शिखर। हिमालय की बर्फीली वादियों के बीच छात्रों ने ठंड, धुंध और दुर्गम रास्तों में ६-८ घंटे का कठिन ट्रेक पूरा किया। तंबुओं में रात बिताते हुए और ऊंचाई की चुनौतियों का सामना करते हुए छात्रों ने साहस, दृढ़ता और सहनशीलता का परिचय दिया। अंतत: सभी छात्रों ने सफलतापूर्वक केदारकंठ शिखर पर विजय प्राप्त की।
सिंथेसिस कार्यक्रम न केवल छात्रों को शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाता है, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी संवेदनशील बनाता है। इस पहल में छात्रों ने `चर्चा’ सत्रों के माध्यम से अपने अनुभव साझा किए, जिससे उनके आत्मविश्वास और विचारों में परिपक्वता आई। सार्वजनिक बोलने की झिझक को दूर करते हुए छात्रों ने अपनी अंतर्दृष्टि को जीवन के गहरे अनुभवों से जोड़ने का प्रयास किया। सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल, अपने विद्यार्थियों को केवल शिक्षा नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। `सिंथेसिस’ जैसे कार्यक्रम न केवल छात्रों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाते हैं, बल्कि उन्हें भविष्य में एक जिम्मेदार नागरिक और खुले विचारों वाले व्यक्तित्व के रूप में विकसित करने में भी सहायक होते हैं। यह अनूठी पहल यह सुनिश्चित करती है कि आने वाली पीढ़ी आत्मनिर्भर, पर्यावरण के प्रति जागरूक और हर चुनौती को स्वीकारने के लिए तैयार हो। सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल ने अपनी प्रतिबद्धता से यह साबित कर दिया है कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है, बल्कि जीवन के हर पहलू को छूने वाली प्रक्रिया है।