मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
यूपी की चर्चित लोकसभा सीट कैसरगंज से भाजपा ने बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट कर उनके छोटे बेटे करण भूषण को दे दिया है। बताते हैं कि मोबाइल पर अमित शाह द्वारा ब्रजभूषण सिंह को उनके बेटे को टिकट का आश्वासन मिलने के बाद ही करण भूषण ने अपने पिता का आशीर्वाद लिया और उनके पैर छुए। इसके बाद बृजभूषण ने अपने समर्थकों से करण भूषण सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने की बात बताई और क्षेत्र में प्रचार करने की बात कही। करण भूषण शुक्रवार सुबह 11 बजे नामांकन दाखिल करेंगे।
हरियाणा के महिला पहलवानों ने ब्रजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बढ़ते विवाद में ब्रजभूषण सिंह की कुश्ती संघ की अध्यक्ष के पद से हटना पड़ा। यदि भाजपा ब्रजभूषण सिंह को टिकट देती तो उसे विपक्ष के निशाने पर आना पड़ता। कैसरगंज सीट पर बृजभूषण की मजबूत पकड़ है, ऐसे में पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा उनके किसी परिजन को टिकट दे सकती है। बृजभूषण खुद भी चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन महिला पहलवानों द्वारा गंभीर आरोप लगाए जाने से उनकी उम्मीदवारी खतरे में पड़ गई।
बीते दिनों सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बयान दिया था कि कैसरगंज का नाम हिंदुस्थान ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में महक रहा है। जहां तक टिकट की बात है तो हमारे क्षेत्र में कार्यकर्ता चैतन्य हैं, पार्टी चुप है। बरात सजी है, लेकिन दूल्हा गायब है। लेकिन मेरा दावा है कि यदि भाजपा हाईकमान एक घंटा पहले भी घोषित कर देगी तो बड़ी जीत के साथ दिल्ली पहुंचेंगे। उन्होंने कहा था कि प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व यहां के कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ख्याल जरूर रखेगा। भाजपा ने उन्हें तो नहीं, लेकिन उनके बेटे को टिकट दे दिया। ब्रजभूषण शरण की राजनीति से अवगत लोगों का कहना था कि यदि भाजपा उनका टिकट काटने के बाद किसी दूसरे व्यक्ति को टिकट देती, जो उनकी मर्जी के विरुद्ध होता तो वह बगावत कर देते।
इसी तरह रायबरेली में भी कभी गांधी परिवार के विश्वसनीय रहे दिनेश सिंह को प्रत्याशी बनाया है। दिनेश सिंह कांग्रेस से आकर रायबरेली के मूल भाजपाइयों पर दबदबा स्थापित कर लिया है, जिसके कारण बहुत बड़ी संख्या में भाजपा वर्कर घर बैठ गया। कई दूसरे दलों में चले गए। दिनेश सिंह शुक्रवार को भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं के साथ नामांकन दाखिल करेंगे। बीते कुछ समय से कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा इस सीट पर वरुण गांधी को उतारकर कांग्रेस उम्मीदवार के सामने चुनौती खड़ी करना चाहती थी, लेकिन वरुण गांधी ने पारिवारिक मर्यादा का पालन पर अब सब स्पष्ट हो गया है। कांग्रेस की ओर से अब प्रियंका गांधी को मैदान में उतरने की संभावना बढ़ गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना था कि भाजपा कांग्रेस उम्मीदवार को देखकर ही अपना प्रत्याशी घोषित करेगी, पर भाजपा ने पहले ही प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। इस संबंध में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि जल्द ही सस्पेंस खत्म हो जाएगा। अभी दोनों सीटों पर उम्मीदवार के नाम की अधिकृत सूचना नहीं मिली है, जो भी उम्मीदवार होगा पार्टी का हर कार्यकर्ता उसके साथ रहेगा।
इसी कड़ी में बस्ती के दबंग नेता पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह को बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल कर लिया। राजकिशोर सिंह के आने से बस्ती में संघर्षरत भाजपा प्रत्याशी हरीश द्विवेदी को ऑक्सीजन मिलेगा। यहां भाजपा पूर्व मंत्री सपा प्रत्याशी रामप्रसाद चौधरी तथा बसपा से लड़ रहे पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र के सामने जूझ रही है।