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बिहार के बाद अब यूपी में सामने आया पुलों का भ्रष्टाचार … ६१ करोड़ के ब्रिज जॉइंट २ महीने में खुले  

– भाजपा विधायक ने अधिकारियों पर ही फोड़ा ठीकरा
सामना संवाददाता / कानपुर
पिछले दिनों एक-एक करके बिहार में ‘पुलों के भ्रष्टाचार’ के कई मामले सामने आए थे, जिनमें कई पुल गिर गए थे। सोशल मीडिया में इसके कई वीडियो भी सामने आएं थे। अब यूपी के कानपुर में भी ‘पुलों का भ्रष्टाचार’ का मामला सामने आया है। रिपोर्ट के अनुसार, एक आरओबी का जॉइंट खुल गया। ६१ करोड़ रुपए की लागत से बना यह ब्रिज कानपुर के सेतु निगम की तरफ से पनकी धाम पर बनाया गया है। अभी दो महीने पहले ही इसका उद्घाटन किया गया था। इस ब्रिज के जॉइंट खुलने की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक सुरेंद्र मैथानी मौके पर पहुंचे। उलटे उन्होंने इसका ठीकरा नगर निगम के अधिकारियों पर ही फोड़ते हुए कहा कि वे इसकी शिकायत सीएम से करेंगे।
बताया जाता है कि १५ दिनों के लिए इस ब्रिज को बंद कर दिया गया है। वहीं निगम का कहना है कि जॉइंट का काम १५ दिनों में ठीक करा दिया जाएगा। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि चाहे नगर निगम हो या सरकार, कोई भी अपनी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। २ महीने में पुल का सरिया दिखने लगा है तो इसका मतलब है कि पुल को बनाने में भ्रष्टाचार तो हुआ है।
बता दें कि सेतु निगम ने पनकी धाम मंदिर व पावर हाउस के पास करीब ६० करोड़ की लागत से दो पुल बनवाए थे। तीन माह पहले दोनों पुल आम जनता के लिए खोल दिए गए। अब इन पुलों पर पैचवर्क व मरम्मत का कार्य किया जा रहा है, लेकिन अभी से ही दोनों पुलों पर जगह-जगह दरारें आ गई हैं। पुल के ज्वाइंट टूट गए हैं और सरिया निकल आई है। जिन ज्वाइंट्स पर मानक के अनुरूप ब्रैकेट्स पड़ने चाहिए थे, वहां सरिया के टुकड़े डाल दिए गए हैं और गुणवत्ताविहीन मटेरियल से इन्हें ढक दिया गया। पुल की सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं।

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