सामना संवाददाता / मुंबई
समुद्री बोट में सफर करने के दौरान लाइफ जैकेट पहनना जरूरी है। मगर मुंबई के आसपास समुद्र में चलनेवाली बोटों पर लोग धड़ल्ले से बिना लाइफ जैकेट के सवार दिख जाते हैं। एलिफेंटा जा रहे बोट हादसे में १४ लोगों की लाइफ जाने के बाद अब सरकार को लाइफ जैकेट की सुध आई है। कल प्रशासन एक्टिव हुआ और गेटवे पर कई अधिकारी चहलकदमी करते नजर आए। उन्होंने वहां मौजूद बोट्स के मालिकों को सख्त निर्देश दिए कि वे सभी पर्यटकों को लाइफ जैकेट मुहैया कराएं वर्ना उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यात्रियों और पर्यटकों को भी इस बारे में चेतावनी दी कि वे लाइफ जैकेट को पहनकर ही बोट पर यात्रा करें।
गौरतलब है कि गत बुधवार की शाम गेटवे
ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही बोट एक दर्दनाक हादसे की शिकार हो गई। बीच समुद्र में नेवी की एक स्पीड बोट उससे टकरा गई। इससे यात्रियों से भरी नाव पलट गई, जिसमें १४ लोगों की जान चली गई। हालांकि, इस हादसे के शिकार हुए १०० से अधिक लोगों को बचाने में सफलता मिली। इस हादसे के बाद इन यात्री बोट्स की सुरक्षा व्यवस्था की काफी आलोचना हुई है। लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि प्रशासन वहां नियम-कानून को लागू कर पाने में असमर्थ है। अधिकारी लापरवाह हैं। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया।
नौका विहार के लिए पुराने
नियम नए सिरे से लागू
परसों बुधवार को बोट हादसे के बाद नौका विहार के लिए पुराने नियम को निए सिरे से लागू किया गया है। इसके तहत कल गुरुवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ से नौका सवारी करने वाले सभी यात्रियों को लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य कर दिया है। बताया जाता है कि जो लोग इस घटना में जिंदा बचे हैं, उन्होंने दावा किया है कि उनके पास बोट की सवारी करने के दौरान लाइफ जैकेट नहीं था।
बता दें कि इस नियम को लेकर गेटवे पर तैनात एक सहायक नौका निरीक्षक देवीदास जाधव ने कहा कि प्रत्येक यात्री के लिए लाइफ जैकेट का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है। दूसरी तरफ नाव के मालिकों ने कहा कि लाइफ जैकेट सभी यात्रियों को पहननी चाहिए। नाव के मालिकों ने कहा कि कई बार यात्री इसे नहीं पहनते। ये लाइफ जैकेट आपात स्थिति में काफी काम आते हैं।
बीच समुद्र में हुआ था हादसा
गत बुधवार को नील कमल नामक एक पर्यटक बोट लोगों को लेकर गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा द्वीप की ओर जा रही थी। इस दौरान नौसेना की एक स्पीड बोट ने नील कमल नाव में टक्कर मार दी, जिसके बाद पर्यटकों से भरी नाव पलट गई। इस हादसे में १४ लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में बच्चे और नौसेना के सैनिक भी शामिल हैं। कुछ लोगों की हालत गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर सभी का उपचार चल रहा है।
नौसेना ने जारी किया था बयान
उल्लेखनीय है कि इस हादसे के बाद नौसेना ने एक बयान जारी कर कहा कि हादसे में अब तक १४ लोगों की मौत की सूचना मिली है।
घटनास्थल से बचाए गए लोगों को पास के अस्पतालों में ले जाया गया। खोज और बचाव अभियान तुरंत शुरू कर दिया गया था, जिसमें ४ नौसेना हेलिकॉप्टर, ११ नौसेना के जहाज, एक तटरक्षक नाव और तीन समुद्री पुलिस के जहाज जीवित बचे लोगों को निकालने के लिए काम पर लगाए गए थे। इसके बाद कल गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रशासनिक अमला पूरी तरह से चुस्त नजर आ रहा था।