देश के पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव पूर्व `विकास’ की बातें करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद उनके `विकास’ की पोल खुल ही जाती है। पीएम के `झूठे विकास’ के बाद उनके `मित्र’ नीतीश कुमार की `प्रगति’ की भी अब पोल खुलती जा रही है। दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों प्रगति यात्रा पर हैं। प्रगति यात्रा को लेकर एक तरफ जहां नीतीश कुमार की तारीफों के पुल सोशल मीडिया पर बांधे जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ ४ साल में बनने वाला पुल ११ साल में भी निर्माणाधीन है, वहीं प्रगति यात्रा को लेकर इस अर्धनिर्मित पुल का रंग-रोगन किया जा रहा है, जिस तरह सीएम नीतीश प्रगति यात्रा के दौरान उद्घाटन करने वाले हो। यहां काम करने वाले मजदूर भी जान जोखिम में डालकर इसका रंग-रोगन कर रहे हैं। बच्चे भी जान जोखिम में डालकर अर्धनिर्मित पुल पर चढ़ रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर हैं और पहले चरण की शुरुआत भी हो गई है। पहले चरण में मुजफ्फरपुर में २७ दिसंबर को नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर पहुंचेंगे। सीएम के दौरे को लेकर जिला प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है। उसी तैयारी में चंदवारा घाट स्थित बूढ़ी गंडक नदी पर बना अर्धनिर्मित पुल की मजदूर रात दिन लगकर रंगाई कर रहे हैं। रंग-रोगन का काम २६ दिसंबर तक पूरा कर लेना है, क्योंकि २७ दिसंबर को मुख्यमंत्री का जिले में आगमन है।
पुल की रंगाई का तेजी से चल रहा काम
अर्धनिर्मित चंदवारा पुल का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष २०१४-२०१५ में किया था और इस चंदवारा पुल को वर्ष २०१८ तक पूरा कर लिया जाना था। वर्ष २०२४ बीतने वाला है, लेकिन यह पुल पूरा नहीं हुआ। अब एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के दौरान मुजफ्फरपुर आएंगे और जिले में हुए विकास कार्यों का जायजा लेंगे। प्रशासनिक अधिकारी रात-दिन एक कर काम की तैयारियों में जुटे हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों की सड़कें दुरुस्त की जा रही हैं।