सामना संवाददाता / मुंबई
हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना को नकली शिवसेना व शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे को नकली संतान बोलनेवाले मोदी को महाराष्ट्र की जनता ने अच्छा सबक सिखाया है। अब विधानसभा चुनाव के बाद वे महायुति में ‘नकली बाघों’ की खाल और मुखौटे नोचेंगे, ऐसी चेतावनी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने दी है।
लोकसभा चुनाव में लोगों के विरोध से निराश मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जयंत पाटील का समर्थन किया। हालांकि, जयंत पाटील ने मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि ‘नकली बाघ’ महायुति में हैं जबकि असली बाघ हमारे साथ हैं। इस बारे में दिल्ली में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर सांसद संजय राऊत ने कहा, ‘मैंने जयंत पाटील से बात की है। महायुति में ‘गीदड़’ और ‘लोमड़ी’ भी हैं, जो खुद को बाघ समझते हैं। मोदी-शाह ने उन्हें बाघ की खाल दी है इसलिए वे दहाड़ते घूम रहे हैं लेकिन नवंबर में विधानसभा चुनाव के बाद, उनकी नकली खाल और मुखौटे नोच लाएंगे, ऐसा भी सांसद संजय राऊत ने कहा।
फडणवीस ने बिगाड़ी महाराष्ट्र की राजनीति!
कुछ दिन पहले ही देवेंद्र फडणवीस ने अजीत पवार को पत्र लिखकर नवाब मलिक को महायुति में शामिल न करने को कहा था, लेकिन मंगलवार को देवगिरी बंगले पर अजीत पवार द्वारा बुलाई गई बैठक में नवाब मलिक मौजूद थे। राऊत ने इस पर टिप्पणी की और अब क्या फडणवीस ने विरोध किया? उन्होंने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में उन्हें एक वोट चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि फडणवीस की नवाब मलिक से निजी दुश्मनी है। इसीलिए उन्हें झूठे अपराध में फंसाया गया। इससे भी ज्यादा जघन्य अपराध करने वाले लोग घाती गुट और बीजेपी में हैं। उस पर फडणवीस कब बोलेंगे? फडणवीस ने महाराष्ट्र की राजनीति को खराब कर दिया है और उन्होंने राज्य की संस्कृति और सभ्यता को कलंकित किया है। जब से सत्ता का सूत्र उनके हाथ में आया, महाराष्ट्र को हानि उठानी पड़ी है। हमने लोकसभा में मोदी के खिलाफ लड़ाई लड़ी, अब हम महाराष्ट्र में फडणवीस के खिलाफ लड़ेंगे और लोग उन्हें हराएंगे, ऐसा विश्वास सांसद राऊत ने व्यक्त किया।
तीनों उम्मीदवार जीतेंगे
हम विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं और विधानसभा के नतीजे जल्द ही सामने आ जाएंगे। इस चुनाव में शिवसेना के मिलिंद नार्वेकर, शेकाप के जयंत पाटील और कांग्रेस की प्रज्ञा सातव महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार हैं। राऊत ने दृढ़ विश्वास व्यक्त किया कि तीनों उम्मीदवार चुनकर आएंगे।
यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है
इस प्रकार के सत्संग एवं आयोजनों पर प्रतिबंध होना चाहिए। अमित शाह की मौजूदगी में नई मुंबई के खारघर में भगदड़ मचने से ४० से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। ऐसे सत्संग, धार्मिक अनुष्ठान पूरे देश में होते हैं, इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है। राऊत ने यह भी कहा कि हाथरस घटना के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है।