सामना संवाददाता / मुंबई
महाविकास आघाड़ी में २०० से अधिक सीटों पर सहमति बन गई है। इस पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने मुहर लगा दी है। इससे पहले राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस ने भी दो सौ से अधिक सीटों पर सहमति बनने की बात कहीं थी। संजय राऊत ने आगे कहा कि कुछ सीटों पर अभी भी पेच बरकरार है। हालांकि, आघाड़ी में शामिल प्रमुख दलों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राकांपा (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस में किसी तरह का कोई भी मतभेद नहीं है। इतना जरूर है कि कुछ सीटों पर तीनों दलों की ओर से दावा किया गया है इसलिए इसे लेकर हमने कांग्रेस हाईकमान से दिल्ली में चर्चा की है। इसके साथ ही शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे से चर्चा करके उन्हें बैठकों में अब तक के घटनाक्रमों की जानकारी दी है। उन्होंने हमें कुछ सुझाव दिए हैं। उसका हम पालन करेंगे। कुछ सीटों पर अभी भी पैâसला नहीं हुआ है, जिसे लेकर फंसा पेंच जल्द ही सुलझ जाएगा। इस तरह का विश्वास शिवसेना नेता व सांसद संजय राऊत ने व्यक्त किया है।
मीडिया से बातचीत करते हुए कल संजय राऊत ने कहा कि राज्य में सीट बंटवारे को गति देने के लिए मुकुल वासनिक समेत कांग्रेस हाईकमान से चर्चा हुई। इसी के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी इसे लेकर हमारी चर्चा होगी। कई सीटों पर महाविकास आघाड़ी का फैसला हो गया है, लेकिन कई सीटें ऐसी हैं, जिस पर अभी भी फैसला नहीं हुआ है। संजय राऊत ने कहा कि फिलहाल अब बहुत की कम समय बचा हुआ हैै इसलिए तत्काल फैसला लेने की जरूरत है।
भाजपा का जारी है वोट जिहाद
संजय राऊत ने कहा कि भाजपा की ओर से वोट जिहाद चल रहा है। ट्रिपल तलाक का लिया गया पैâसला, किरण रिजिजू की ओर से मुस्लिम हमें वोट दें, हम उन्हें मंत्री पद देंगे जैसे बयान वोट जिहाद ही है। इसके साथ ही भाजपा द्वारा कराया गया पुलवामा कांड भी वोट जिहाद है। इसलिए तोतेबाजी करनेवाले भाजपा नेताओं को शांत रहना चाहिए, अन्यथा उनकी पोल खुल जाएगी। इस तरह की चेतावनी भी संजय राऊत ने दी है।
आघाड़ी को पता है, ठीक नहीं ज्यादा खींचतान
संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र में हमें भाजपा से लड़ना है इसलिए ज्यादा खींचतान करना उचित नहीं है। यह महाविकास आघाड़ी के सभी दलों को पता है। उन्होंने कहा कि हमारी यही इच्छा है कि इस पर जल्द से जल्द पैâसला हो जाए, सभी को दल बढ़ाना है। कार्यकर्ताओं की भावनाओं की कद्र करनी है। रामटेक और अमरावती जैसी हमारे हक की सीटें हमने कांग्रेस को दी हैं, इसे ध्यान में रखते हुए उचित विचार करने की जरूरत है।