मविआ में शामिल होने की लगी होड़
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले टिकटों के लिए मारामारी चरम पर है। बीते लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाली शिवसेना (उद्धव बालासाहेब है ठाकरे) एनसीपी (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस में शामिल होने के लिए भाजपा-दादा-शिंदे गुट के नेताओं का शामिल होने तांता लगा हुआ है। जिससे दादा-शिंदे और फडणवीस समर्थकों में भगदड़ मच गई है।
बता दें कि गत शुक्रवार को भाजपा के पूर्व विधायक राजन तेली, भाजपा के प्रदेश सचिव सुरेश बनकर, दादा गुट के पूर्व विधायक दीपक सालुंके, पूर्व नगरसेवक मोरेश्वर भोंडवे ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष में प्रवेश किया। इसी प्रकार एनसीपी (शरदचंद्र पवार) पार्टी में शामिल होने के लिए भाजपा-दादा गुट के नेताओं का तांता लगा हुआ है। गत गुरुवार को दादा गुट के विधायक सतीश चव्हाण, शरद पवार की शरण में पहुंचे थे। वे संभाजीनगर जिले की गंगापुर सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। शरद पवार से उनके मिलने की खबर मिलते ही अजीत पवार ने उन्हें छह सालके लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। अभी सतीश चव्हाण, शरद पवार से मिलकर घर ही पहुंचे थे कि सांसद धैर्यशील मोहिते पाटील शरद पवार के दरवाजे पर पहुंच गए। वह अपने साथ भतीजे और भाजपा विधायक रंजीत मोहिते पाटील को लेकर आए थे। रंजीत सोलापुर से भाजपा के विधायक हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, रंजीत वाईबी चव्हाण सेंटर तो पहुंच गए लेकिन मीडिया के जमावड़े की वजह से वह शरद पवार से नहीं मिले।