मुख्यपृष्ठनए समाचारमछुआरों व समुद्री सुरक्षा में किया जाएगा ... एआई प्रौद्योगिकी का उपयोग!...

मछुआरों व समुद्री सुरक्षा में किया जाएगा … एआई प्रौद्योगिकी का उपयोग! …मछुआरों पर भी रखी जाएगी नजर

-खाका किया जाएगा तैयार
-मंत्रालय की बैठक में हुआ मंथन
सामना संवाददाता / मुंबई
समुद्री सुरक्षा और मत्स्य उत्पादन बढ़ाने के लिए एआई प्रौद्योगिकी के उपयोग करने पर कल मंत्रालय में बैठक हुई। इस बैठक में मत्स्य व्यवसाय आयुक्त किशोर तावड़े, महाराष्ट्र प्रगत अनुसंधान और प्रगत कानून के लिए दक्षता कार्यान्वयन के निदेशक बी.वी. सत्यसाईकृष्णा आदि उपस्थित थे। इस बैठक में समुद्री सुरक्षा और मछुआरों के संदर्भ में चर्चा हुई। इस बैठक में मत्स्य व्यवसाय विभाग द्वारा चलाई जा रहांr योजनाओं के पारदर्शी कार्यान्वयन के लिए एआई प्रौद्योगिकी का उपयोग वैâसे किया जा सकता है, इसका एक खाका तैयार किया जाए। साथ ही मछली उत्पादन में वृद्धि करना, मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना, मछुआरों का पंजीकरण, मछली पकड़ने वाली नौकाओं का पंजीकरण, मीठे पानी में मत्स्य व्यवसाय, मछली बिक्री की व्यवस्था, उसकी परिवहन, आपदा के समय में सुरक्षा और प्रतिक्रिया तंत्र के लिए एआई का उपयोग किया जाएगा। इस सुरक्षा प्रणाली को सबसे पहले प्रायोगिक तौर पर ससून डॉक में स्थापित किया जाएगा। इसके बाद पूरे राज्य में इसे वैâसे लागू किया जा सकता है, इसके लिए परीक्षण किया जाएगा। एआई प्रौद्योगिकी के माध्यम से मछुआरों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने पर चर्चा हुई।

अन्य समाचार