सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर विपक्ष आक्रामक होता जा रहा है। बीड मुद्दे को लेकर तो विपक्ष ने सरकार को हिलाकर रख दिया है। बीड मामले की तुलना बिहार और हमास से करते हुए भाजपा नेता सुरेश धस ने धनंजय मुंडे के साथ उपमुख्यमंत्री अजीत पवार का नाम लेकर सरकार की चिंता बढ़ा दी है। धस की ओर से मुंडे और अजीत पवार पर लगातार अटैक किए जाने से अजीत पवार गुट अस्वस्थ हो गया है। सूत्रों की मानें तो अजीत पवार गुट ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से गुहार लगाई है कि भाजपा नेता सुरेश धस को संभालो, वरना हमारा बहुत नुकसान हो जाएगा। धस अगर ऐसे ही दहाड़ते रहे तो अजीत पवार गुट को सोचना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी भी सीएम को दी।
सूत्रों की मानें तो अजीत पवार गुट द्वारा सीएम को सचेत किए जाने के बाद सीएम ने सुरेश धस को हड़काया है और उन्हें इस मामले में अजीत पवार का नाम न घसीटने की सख्त चेतावनी दी है। वहीं मंत्री धनंजय मुंडे के नाम से भी दूरी बनाने की हिदायत दी है। इसके बाद से ही माना जा रहा है कि सुरेश धस के तेवर में नरमी आई है और वे अब धनंजय मुंडे की बजाय वाल्मीक कराड पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। धस धीरे-धीरे अब मुंडे और अजीत पवार का नाम लेने से बच रहे हैं। सूत्रों की मानें तो धस के नरम पड़ते ही यह मामला भी ठंडा हो जाएगा और महायुति सरकार कराड पर कार्रवाई का हवाला देकर मुंडे को बचा लेगी। बता दें कि सरपंच संतोष देशमुख की हत्या को लेकर जिस तरह से उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की आलोचना हो रही है और धनंजय मुंडे पर कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है, उससे अजीत पवार गुट पूरी तरह से खफा हो गया है।
बर्दाश्त नहीं की जाएगी टिप्पणी
अजीत पवार गुट के नेताओं ने सीएम फडणवीस को चेताते हुए कहा है कि अपने नेता धस को संभाले वरना हमें दोष मत देना। अगर महायुति में कुछ गड़बड़ हुआ तो इसके लिए सिर्फ भाजपा विधायक सुरेश धस जिम्मेदार होंगे। नेताओं ने साफ चेताया है कि अजीत पवार पर की गई किसी भी टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दरअसल, परभणी में मौन मोर्चे में भाजपा विधायक सुरेश धस द्वारा क्या हुआ तेरा वादा अजीत दादा? जैसे बयान दिए जाने से अजीत पवार की जमकर किरकिरी हुई।