सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद यह तय हो गया कि राज्य में फिर से महायुति सरकार बनेगी। इन नतीजों के बाद राज्य में कौन बनेगा मुख्यमंत्री? देवेंद्र फडणवीस या अजीत पवार? ऐसी चर्चा शुरू हो गई है, लेकिन साथ ही क्या दोनों एनसीपी एक होंगे? ऐसी चर्चा भी शुरू हो गई। खासकर तब, जब वाई. बी. चव्हाण सेंटर में दिलीप वलसे पाटील ने शरद पवार से मुलाकात की। उस मुलाकात के बाद यह चर्चाएं तेज हो गर्इं।
मुंबई के वाई. बी. चव्हाण सेंटर में कल यशवंतराव फाउंडेशन के ट्रस्टियों की बैठक हुई। इस मौके पर दिलीप वलसे पाटील भी वहां पहुंचे थे। उस वक्त शरद पवार भी वहां मौजूद थे। इस दौरान इन दोनों के बीच विस्तृत चर्चा हुई। बाहर आने के बाद दिलीप वलसे पाटील ने मीडिया से बातचीत की। इस बैठक के दौरान वास्तव में क्या चर्चा हुई? जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने मीडिया को गोलमोल जवाब दिया।
इनकी मुलाकात के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या अजीत पवार और शरद पवार, दोनों नेता फिर एक साथ आएंगे यानी क्या एनसीपी फिर से बरकरार रहेगी? ऐसी चर्चा जोर पकड़ रही थी। इसके अलावा यह भी चर्चा शुरू हो गई है कि शरद पवार के विधायक अजीत पवार के पास आएंगे। इस बारे में पूछे जाने पर वलसे पाटील ने एक सूझ-बूझ वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि दोनों पवारों के एक साथ आने के संबंध में किसी ने भी ऐसी चर्चा नहीं की है। अभी भी कई राजनीतिक चीजें होनी बाकी हैं। अभी मुख्यमंत्री और वैâबिनेट का चुनाव होना बाकी है। विधानसभा सत्र होना है। उसके बाद यदि कोई कुछ चर्चा करता है तो उसका अर्थ लगाया जा सकता है।
दिलीप वलसे पाटील ने उल्लेख किया कि उन्होंने फाउंडेशन के ट्रस्टी के रूप में बैठक में भाग लिया। उन्होंने कहा कि शरद पवार के साथ मेरी बैठक हुई, क्योंकि यशवंतराव चव्हाण फाउंडेशन के ट्रस्टी बोर्ड की बैठक थी। मैं एक ट्रस्टी के रूप में इस बैठक में शामिल हुआ। बैठक में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।