सामना संवाददाता / मुंबई
छत्रपति शिवाजी महाराज की ३४५वीं पुण्यतिथि और रायगड में शिवाजी की समाधि के जीर्णोद्धार की १००वीं वर्षगांठ के अवसर पर कल रायगड में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, सांसद उदयनराजे भोसले आदि उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में सबसे पहले सांसद उदयनराजे भोसले ने भाषण दिया। इसके बाद एंकर ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम घोषित किया। हालांकि, फडणवीस ने एंकर को रोकते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बोलेंगे। इसके बाद एंकर ने एकनाथ शिंदे का नाम घोषित किया। इस भाषण के दौरान एकनाथ शिंदे ने छत्रपति शिवाजी महाराज की जय-जयकार की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भी तारीफ की। शिंदे के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाषण दिया और अंत में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाषण दिया। हालांकि, इस बार उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को बोलने का मौका नहीं मिला। इसलिए अजीत पवार को हटाए जाने की चर्चा चल रही है। हालांकि, अजीत पवार पीछे नहीं रहना चाहते थे। इस कार्यक्रम की योजना के अनुसार, दोनों उपमुख्यमंत्रियों द्वारा कोई भाषण नहीं दिया जाएगा।
उदयनराजे की
मांगें स्वीकार कीं
इस कार्यक्रम के दौरान उदयनराजे भोसले ने पांच मांगें रखीं। इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने भाषण के दौरान सभी मांगें स्वीकार कर लीं। इनमें दिल्ली में छत्रपति शिवाजी महाराज का राष्ट्रीय स्मारक बनाने, सरकार द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज का पूरा इतिहास प्रकाशित करने और अरब सागर में छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक के लिए तत्काल कदम उठाने जैसी मांगें शामिल हैं।