मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने 8 साल के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था, शिक्षा, अस्पताल समेत विकास की तमाम उपलब्धियां गिनवाईं। इसके तुरंत बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि आठ साल की खुशियां क्या मनाना, जब यूपी ही बर्बाद कर दिया। जब मुख्यमंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे होंगे, उसी शहर में ऑटो से एक महिला जिसके साथ लूट, रेप और उसकी जान ले ली गई। कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए और उस बात को साबित करने के लिए लॉ एंड ऑर्डर पर जीरो टॉलरेंस हैं। एनकाउंटर कर दिया गया और जब ये किया गया, तब लखनऊ में एक अन्य महिला को फिर गोली मार दी गई। ये बात राजधानी की है। वहीं बलिया में एक बेटी के हाथ-पैर बांधकर पेड़ से लटका दिया गया। अगर आंकडे देखें और जो भाजपा ने खुद जारी किया है, वहीं आंकडे बताते हैं कि सबसे असुरक्षित महिलाएं कहीं हैं तो वह यूपी में हैं। अगर सबसे ज्यादा साइबर फ्रॉड कही हो रहा है, तो वह यूपी में हो रहा है। जो लोग ये बता रहे थे कि इन्वेस्टमेंट आएगा, बड़े पैमाने पर उद्योग-धंधे लगाएंगे। सरकार को अपने ही अधिकारी और उसके साथ रहने वाले पर एफआईआर लिखानी पड़ी। सुनने में आया है कि अधिकारी अंडरग्राउंड हैं। दावे से कह सकता हूं कि वह कहीं भी भागा होगा, सीएम आवास होंगे या खासमखास अधिकारी के पास होंगे। यूपी में जो भी मुख्य लोग हैं वह इन्वेस्टमेंट नहीं ला रहे हैं, वह अपनी जेब भरने के लिए इन्वेस्टमेंट तलाश रहे हैं। इसका परिणाम यह है कि बेरोजगारी नंबर वन पर है, किसान तबाह हो गया है। जो कहते थे कि आय दोगुनी कर देंगे। सरकार ने बुंदेलखंड के किसानों को सरसों और तिल की फसल की कीमत क्या दी?