महाराष्ट्र में ६,३१३ तो देश में ४.२२ लाख से अधिक शिकायतें हुईं दर्ज
सामना संवाददाता /मुंबई
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में इस बार शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी और भाजपा के नेतृत्व में महायुति के बीच कड़ी टक्कर है। इस चुनाव में भाजपा को हार की तस्वीर दिखाई देने लगी है। नतीजतन, चुनाव में जीत के लिए भाजपा आचार संहिता उल्लंघन की जमकर अनदेखी कर रही है। यही वजह है कि अब तक इतिहास में सबसे अधिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें मिली हैं। प्रदेश में चौथे चरण के मतदान तक ६३१३ शिकायतें दर्ज हुई हैं। जबकि पूरे देश में ४,२२,४३५ शिकायतें मिली हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, आचार संहिता उल्लंघन की हर दिन ७ हजार से अधिक शिकायतें मिली हैं। चुनाव आयोग का दावा है कि इनमें से ज्यादातर शिकायतों का निपटारा किया गया है। सूत्रों के अनुसार भाजपा के खिलाफ ५० प्रतिशत से अधिक शिकायतें मिली हैं।
बता दें कि चुनाव आयोग ने सिविजिल एप पर लोगों से आचार संहिता उल्लंघन के लिए शिकायतें करने की अपील की है। लोगों ने भी खूब जमकर शिकायतें की हैं। १४ अप्रैल से १५ मई तक महाराष्ट्र में ६३१३ शिकायतें दर्ज हुई हैं जिनमें से ६ हजार शिकायतों को निपटाने का दावा आयोग ने किया है। आयोग के अनुसार, देश मे रोज ७ हजार शिकायतें मिल रही हैं। जबकि पहले दो सप्ताह में ही ८० हजार शिकायतें मिली थीं।
अधिकारियों ने बताया कि सी-विजिल एप ने नागरिकों को उल्लंघनों की रिपोर्ट करने में मदद की, जिसके परिणामस्वरूप अवैध होर्डिंग्स, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, अनुमति के समय से परे जाकर प्रचार करने और अनुमति के समय से बाहर जाकर वाहनों की तैनाती में काफी कमी आई। मतदाताओं और राजनीतिक दलों को समान अवसर बनाए रखने के लिए किए गए उपायों के बारे में वास्तविक समय की जानकारी प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए जानकारी सार्वजनिक डोमेन में रखी गई है। शिकायत करनेवालों में सामान्य नागरिक ज्यादा हैं। सर्वाधिक शिकायतें भाजपा के खिलाफ की गई हैं नियम के उल्लंघन, आचार संहिता का उल्लंघन आदि मामले में भाजपा ने नियम तोड़े हैं। एक अधिकारी ने बताया कि तमाम जगहों पर भाजपा के खिलाफ शिकायत आ रही हैं। ऑनलाइन शिकायत तो रिकॉर्ड पर दिख रही हैं लेकिन लिखित शिकायतों का आंकड़ा अभी तक जारी नहीं किया गया है।