सामना संवाददाता / मुंबई
उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों की कॉलोनियों में दवाखाना होना जरूरी है, क्योंकि पुलिस या सरकारी कर्मचारी काम से घर चले जाते हैं। उनके पास अस्पताल जाने या रक्त परीक्षण के लिए समय नहीं रहता है इसलिए अगर इन कॉलोनियों में दवाखाने होंगे तो उन्हें इसका फायदा होगा।
वरली में पोद्दार आयुर्वेदिक अस्पताल है। यहां एलोपैथी अस्पताल भी शुरू करने की मांग वरली के नागरिक काफी समय से कर रहे हैं। एलोपैथी अस्पताल बनने से यहां के लोगों को आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर और ओपीडी की सुविधा सहजता के साथ हो सकेगी इसलिए पोद्दार में एलोपैथी अस्पताल बने। इस तरह की मांग शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख, विधायक आदित्य ठाकरे ने कल सदन में की।
लोगों की जान बचानेवाली एईडी डिवाइस के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह डिवाइस कार्डियक अरेस्ट में जान बचा सकती है। हर मॉल, थिएटर, सार्वजनिक स्थान, खेल परिसर, और विधानमंडल में इस डिवाइस को स्थापित करके कई लोगों की जान बचाई जा सकती है, क्योंकि आजकल ट्रैफिक जाम के कारण एंबुलेंस को आने में समय लगता है।
मुंबई में पानी वितरण व्यवस्था हुईं खराब!.. सीएम बुलाएं विधायकों की बैठक-आदित्य ठाकरे
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख, विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि पिछले पांच-छह महीने से मुंबई में पानी की व्यवस्था खराब हो गई है। कहीं मटमैला पानी आता है तो कहीं पानी का प्रेशर कम है। ऐसे में टैंकर से पानी लाना पड़ रहा है। इससे पेट संबंधी विकार उत्पन्न होते हैं इसलिए यदि मुख्यमंत्री मुंबई के विधायकों की बैठक बुलाएं और उसमें बताएं कि इसमें क्या दिक्कतें आ रही हैं तो हम सबको जानकारी मिल जाएगी।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि वर्ली-शिवड़ी कनेक्टर को २०२१ में चालू किया गया था। साल २०२२ में ४८ फीसदी काम पूरा हुआ और २०२२ से २०२४ तक सिर्फ ५७ फीसदी काम पहुंचा है। यह कनेक्टर अटल सेतु के साथ-साथ कोस्टल रोड तक जाता है। यह सबसे महत्वपूर्ण कनेक्टर है, जो वरली, माहिम और शिवड़ी से होकर गुजरती है। इस निर्वाचन क्षेत्र में कई चॉल हैं। उन्हें विस्थापित किया जा सकता है इसलिए अगर इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों को फोन कर जानकारी दी जाए तो चॉलों को बचाया जा सकता है और सड़क का रूट भी बदला जा सकता है, इससे सभी को लाभ होगा। स्कूलों में योजनाओं पर सुझाव देते हुए आदित्य ठाकरे ने ‘सेफ स्कूल’ की संकल्पना पेश करते हुए कहा कि हमने इस संकल्पना को लाया था, लेकिन पिछले ढाई साल में यह संकल्पना पिछड़ गई है। उन्होंने कहा कि स्कूली छात्रों में ‘टाइप वन डायबिटीज’ पर भी ध्यान देना जरूरी है। आंखों की जांच जरूरी है। कई बच्चों को पता ही नहीं होता है कि उन्हें चश्मा लगा है अथवा नहीं। दांतों की जांच जरूरी है। साथ ही स्कूली छात्रों में पौष्टिक भोजन की भी कमी है। कई घरों में घरेलू हिंसा की घटनाएं देखी गई हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि छात्रों की मानसिक जांच भी जरूरी है।
महाराष्ट्र में मराठी का सम्मान होना चाहिए
महाराष्ट्र में मराठी भाषा का सम्मान होना चाहिए। कल्याण में एक मराठी व्यक्ति के खिलाफ बयान देने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें मराठी लोगों के खिलाफ बयान देने में मजा आ रहा था, लेकिन हमें इस मजे को कुचलना होगा। इस तरह की चेतावनी कल विधानसभा में आदित्य ठाकरे ने दी। मराठी भाषा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ‘मराठी भाषा’ में बोर्ड अनिवार्य किया गया है, लेकिन मराठी भाषा के बोर्ड पर अमल नहीं किया जा रहा है। दुकानों, आस्थापना के बोर्ड मराठी भाषा में होना ही चाहिए। क्यों कि राज्य में मराठी का सम्मान जरूरी है। उन्होंने नगर विकास और सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग को लेकर चर्चा में भाग लेते हुए मराठी में बोर्ड, पोद्दार अस्पताल, वर्ली-शिवड़ी कनेक्टर और पीने के पानी जैसे विषयों को रखा।