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ईडी सरकार का गजब कारनामा २ लाख का १ पेड़!.. आरटीआई में हुआ खुलासा

सामना संवाददाता / मुंबई

राज्य में शिंदे सरकार के कार्यकाल में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। अधिकारी हो या मंत्री अपने तरीके से लूट-खसोट में जुटे हैं। तमाम परियोजनाओं के टेंडर में खर्च का एस्टीमेट में दुगना व तिगुना बढ़ाकर दिया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला एमएमआरसीएल ने किया है। मेट्रो रूट की तीन परियोजनाके तहत जो पेड़ लगाए गए हैं उसमें एक पेड़ लगाने का खर्च २ लाख रुपए से अधिक है। एमएमआरसीएल ने १२ करोड़ रुपए का ठेका दिया था। जिसमें ५८४ पेड़ लगाने का दावा किया गया है। लेकिन वास्तव में इन आंकड़ों पर भी संदेह जताया जा रहा है।
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) ने आरटीआई आवेदन में मेट्रो ३ रूट पर १२.०१ करोड़ रुपए की लागत से लगाए गए पेड़ों की संख्या का खुलासा करने में आनाकानी कर रही थी। लेकिन दबाव के बाद जवाब में बताया कि १३ विभिन्न स्थानों पर केवल ५८४ पेड़ लगाए गए हैं। लगाए गए पेड़ों की संख्या और वृक्षारोपण की कुल लागत चिंता पैदा करती है। क्योंकि आंकडों के अनुसार एक पेड़ लगाने की लागत २ लाख रुपए हो रही है।
वाचडॉग संस्था के पिमेंटा को आरटीआई जवाब में एमएमआरसीएल ने बताया था कि उसने तीन साल के लिए वृक्षारोपण और रखरखाव के लिए टेंडर जारी किया था। पहले चरण में कुल १० मेट्रो स्टेशनों पर ३० वृक्षारोपण की लागत ३.३९ करोड़ रुपए थी, दूसरे चरण में कुल आठ मेट्रो स्टेशनों पर १८३ वृक्षारोपण के लिए ३.३७ करोड़ रुपए और तीसरे चरण में कुल छह मेट्रो स्टेशनों पर ३७१ वृक्षारोपण के लिए ४.९४ करोड़ रुपए की लागत आई। कुल ५८४ पेड़ लगाए गए हैं और १२ करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक पेड़ लगाने के बाद एमएमआरसीएल ने २.०५ लाख रुपए खर्च किए हैं।

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