सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई की सार्वजनिक परिवहन सेवा बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) ने वित्तीय वर्ष २०२५-२६ के लिए १,२०० एसी डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का निर्णय लिया है, लेकिन बेस्ट के इस निर्णय पर अब सवाल उठने लगे हैं। बेस्ट प्रशासन ने पहले २०० डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति का ठेका ईवीईईवीए कंपनी को दिया था, लेकिन इस कंपनी ने अब तक केवल ५० बसें ही उपलब्ध कराई हैं। ऐसे में इसी कंपनी को फिर से १,२०० बसों की आपूर्ति का ठेका दिया गया है। अब सवाल उठ रहा है कि जो कंपनी पहले ठेके के बसों की आपूर्ति नहीं कर पाई है, वही कंपनी दुसरे ठेके में दी गई बसों की आपूर्ति समय पर वैâसे कर पाएगी? बेस्ट के मौजूदा बेड़े में ३,१६६ बसें शामिल हैं, जिनमें से १,०८५ बसें उसकी खुद की हैं, लेकिन इनमें से ५१० बसें अगले वर्ष आयु सीमा पार कर जाएंगी, जिससे बेस्ट के पास केवल ५७५ अपनी बसें बचेंगी। इसे देखते हुए बेस्ट ने २०२७ तक अपने बेड़े में १०,००० से अधिक बसें जोड़ने का लक्ष्य रखा है। पिछले ऑर्डर में भी बेस्ट ने २,१०० सिंगल-डेकर इलेक्ट्रिक बसों का ऑर्डर दिया था, लेकिन इनमें से अब तक केवल २०५ बसें ही उपलब्ध हो पाई हैं। यह देरी बेस्ट की भविष्य की योजनाओं पर सवाल खड़े कर रही है। बेस्ट की महत्वाकांक्षी योजनाएं मुंबईकरों के लिए बेहतर परिवहन सुविधाएं देने का वादा करती हैं, लेकिन ठेकेदारों की देरी और प्रशासनिक निर्णयों पर उठ रहे सवालों ने इन योजनाओं की समयबद्धता पर संदेह खड़ा कर दिया है। अब देखना यह है कि बेस्ट अपने तय लक्ष्यों को पूरा कर पाती है या नहीं।