मुख्यपृष्ठनए समाचारएंबुलेंस ढो रही सामान ...बिहार का स्वास्थ्य विभाग बदहाल

एंबुलेंस ढो रही सामान …बिहार का स्वास्थ्य विभाग बदहाल

सामना संवाददाता / आरा
बिहार की बदहली किसी से छुपी नहीं है। एक ओर बिहार के कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे थे तो अब स्वास्थ्य विभाग की बदहाली और मनमानी की नई कहानी सामने आई है। बिहार में स्वास्थ्य विभाग की यह दयनीय हालत नीतीश कुमार के राज में फल-फूल रही है। जी हां, बिहार के आरा सदर अस्पताल की एंबुलेंस से मरीज के बजाय यहां सामान ढोए जा रहे हैं । इमरजेंसी वार्ड के बाहर रविवार की रात कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी यह नजारा देख चौंक जाएंगे। बताया जा रहा है कि पटना से बोरे में सामान भरकर एंबुलेंस से आरा लाया गया। इतना ही नहीं एंबुलेंस से लाए गए सामान को स्ट्रेचर की मदद से इमरजेंसी वार्ड में ले जाया गया, जबकि इन स्ट्रेचरों का उपयोग मरीजों को ले जाने और लाने में किया जाता है। कई बार देखा गया है कि मरीजों को स्ट्रेचर मिलता ही नहीं है। ज्यादातर मरीजों के परिजन उन्हें गोद में या कंधे के सहारे डॉक्टर के पास ले जाते हैं। इस अस्पताल में पांच एंबुलेंस और एक शव वाहन है। जब इस संबंध में एंबुलेंस से सामान ले जाने का काम कर रहे एक व्यक्ति से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह सामान पटना से लाया गया है। बोरा में बोर्ड है, जिसे इमरजेंसी में पहुंचाना था। जब उससे यह पूछा गया कि यह सामान किसके कहने पर एंबुलेंस से लाया गया तो उसने बताया कि सदर अस्पताल के अधिकारियों के कहने पर लाया गया है। हालांकि, इस मामले में सदर अस्पताल के किसी भी अधिकारी का बयान नहीं आया है। इस मामले के उजागर होने पर भोजपुर डीएम तनय सुल्तानिया ने कहा कि तीन सदस्य जांच टीम बनाई गई है। टीम यह जांच करेगी कि ऐसा किस परिस्थिति में हुआ। जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।

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