-न्यायिक जांच का भी किया आग्रह
सामना संवाददाता / मुंबई
घाती सरकार के कार्यकाल में करीब १०,००० करोड़ रुपए का एंबुलेंस खरीदी घोटाला हुआ था। इस मामले में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत की जांच करें और जरूरत पड़ने पर उन्हें हवालात की भी हवा खिलाएं। इस तरह की मांग शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) विधानमंडल में पक्षनेता आदित्य ठाकरे ने कल की। उन्होंने कहा कि इस एंबुलेंस घोटाले में तत्कालीन और असंवैधानिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के परिवार के सदस्य की भी अहम भूमिका थी। इसकी भी पारदर्शिता से जांच हो।
आदित्य ठाकरे ने विधान भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के माध्यम से इस एंबुलेंस घोटाले की न्यायिक जांच करानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आप १०८ नंबर डायल करके देख लें कि क्या १० मिनट में एंबुलेंस आता है? इस बीच उन्होंने महायुति सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इस सरकार की चमड़ी इतनी मोटी हो गई है कि चुनाव से पहले किए १० वादों में से एक भी वादे को पूरा नहीं किया है। लाडली बहनों का आंकड़ा कम होते जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि दिल्ली की बहनों और महाराष्ट्र की बहनों में क्या फर्क है? एक तरफ २,५०० और दूसरी तरफ २,१००, उसमें भी केवल डेढ़ हजार रुपए ही दिए जा रहे हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे जिस समय मुख्यमंत्री थे, उस समय किसानों की कर्ज माफी कर दी थी। उस समय कोई भी चुनाव नहीं था, महायुति ने चुनाव के समय कर्ज माफी के दिए गए वचन को पूरा नहीं किया।
घाती के ठेकेदारों की वजह से मुंबई में प्रदूषण
आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैं भी पर्यावरण मंत्री था केवल पीओपी के चलते मुंबई में प्रदूषण होता है, ऐसा नहीं है। मुंबई में थर्मल प्लांट है। आरे के जंगल में पेड़ों को काटा जा रहा है। लाडले ठेकेदारों और बिल्डरों के लिए जंगल काटे जा रहे हैं। इसीलिए प्रदूषण हो रहा है। गोरेगांव के मोतीलाल नगर में मौजूद १२२ एकड़ भूखंड के पुनर्विकास का टेंडर उद्योगपति अडानी को दिया गया। इस पर बोलते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि यदि किसी को टेंडर पारदर्शी तरीके से मिल रहा होगा तो शिवसेना की ओर से कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन धारावी की तरह ही इस टेंडर का भी हम अभ्यास करेंगे और कुछ गलत मिला तो उसे लोगों के सामने लाएंगे। आदित्य ठाकरे ने तंज करते हुए कहा कि सार्इं बाबा कहते थे सबका मालिक एक है, लेकिन भाजपा कहती है सबका मालिक अडानी है।