४० लाख करोड़ के निवेश का झांसा
सामना संवाददाता / मुंबई
उप मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री अजीत दादा पवार ने महाराष्ट्र की भोली-भाली जनता को एक और चूरन दिया है। उनके मुताबिक, पांच सालों में सरकार ५० लाख रोजगार देगी और राज्य में ४० लाख करोड़ का निवेश लाएगी। इस तरह से फिर से दादा ने जनता को झांसा देनेवाला पासा फेंका है, लेकिन राज्य की जनता इस सरकार के मंसूबे को पूरी तरह से समझ चुकी है इसलिए यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि लोग अब इनके झांसे में नहीं आएंगे।
राज्य के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजीत पवार ने कहा कि दो दिन पहले कहा है कि अगले पांच वर्षों में राज्य के औद्योगिक क्षेत्र में ४० लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा। इससे ५० लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके लिए कुशल और प्रशिक्षित कामगारों की आवश्यकता होगी। रत्नागिरी में स्थापित टाटा टेक्नोलॉजी के कौशल विकास केंद्र की तर्ज पर और केंद्र स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। इससे युवाओं को केवल प्रमाणपत्र ही नहीं मिलेगा, बल्कि कुशल मानव संसाधन के कारण रोजगार के दरवाजे खुलेंगे। रत्नागिरी जिले में जितने भी प्रोजेक्ट शुरू किए जा रहे हैं।
अजीत पवार ने कहा है कि रत्नागिरी को प्रकृति ने भरपूर संसाधन दिए हैं। प्राकृतिक सौंदर्य की भरमार है इसलिए इस जिले में कोई भी प्रदूषण पैâलानेवाला प्रोजेक्ट नहीं दिया जाएगा। प्रदूषणमुक्त प्रोजेक्ट ही दिए जाएंगे। रेवस से रेड्डी मार्ग बन रहा है। राज्य में कई महामार्ग पूरे हो चुके हैं, जबकि कुछ पूरे होने के कगार पर हैं।