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चुनावी कार्यों में उलझे शिक्षकों के सामने एक और परेशानी  …‘अपार’ के लिए मिली ३० नवंबर की डेडलाइन …शिक्षकों में फैल रहा असंतोष

सामना संवाददाता / मुंबई
कक्षा एक से १२वीं में पढ़नेवाले करीब दो करोड़ तीन लाख ४८ हजार ६२९ में से केवल २९ लाख १५ हजार ३९७ छात्रों का ‘अपार’ (ऑटोमेटेड पर्मानेंट) आईडी तैयार हो सका है। हालांकि, इस समय शिक्षक चुनावी कार्यों में जुटे हुए हैं। इसके बावजूद महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षा परिषद ने ‘अपार’ का काम पूरा करने के लिए स्कूलों को ३० नवंबर तक की डेडलाइन दी है। संकलित मूल्यांकन परीक्षण, चुनाव कार्यों से पहले ही परेशान हो चुके शिक्षकों को अब चुनावी कार्यों के साथ-साथ ‘अपार’ की डेडलाइन मिलने से उनमें असंतोष पैâल रहा है। उल्लेखनीय है कि ‘यूडायस’ प्रणाली में पहली से लेकर १२वीं के सभी छात्रों के ऑटोमेटेड पर्मानेंट आईडी यानी अपार को तैयार करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से निर्देश दिए गए हैं। छात्रों के जीवन में संपादन, अन्य उपक्रमों में सहभागिता, शैक्षणिक वैâरियर में किए सभी कार्यों को दर्ज करते हुए उसे ‘अपार’ आईडी द्वारा डिजिटल लॉकर में सुरक्षित रखा जाएगा। इससे अब छात्रों की स्वतंत्र आईडी तैयार होगी। फिलहाल, राज्य में केवल १४.३३ फीसदी छात्रों की ही आईडी तैयार की जा सकी है। इस कार्य को पूरा करने के लिए ‘महाराष्ट्र राज्य शिक्षा परिषद’ ने भी एक पत्र राज्य के सभी मनपा, निजी, अनुदानित, गैर अनुदानित, स्वयं सहायता प्राथमिक, माध्यमिक समेत सभी स्कूलों के मुख्याध्यापकों को भेजा गया है। इसके बाद भी दिवाली की छुट्टियों और चुनाव कार्यों के चलते पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में काम को पूरा करने की आखिरी तारीख ३० नवंबर दी गई है। इस फरमान के बाद सवाल उठने लगे हैं कि इतने कम समय में काम पूरा वैâसे होगा?

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