मुख्यपृष्ठनए समाचारअंतर्वेग: प्रेम विवाह के साइड इफेक्ट भाई ने बहन का उजाड़ा सिंदूर 

अंतर्वेग: प्रेम विवाह के साइड इफेक्ट भाई ने बहन का उजाड़ा सिंदूर 

रामदिनेश यादव 

लगभग डेढ़ साल पहले बिहार के जमुई गांव के रामप्रवेश की बहन ने जमुई के ही अमन नामक युवक से प्रेम विवाह कर लिया था। यह रिश्ता महज छह महीने तक चला। लड़की के परिजनों ने इस दौरान लड़की की शादी कहीं और कर दी। इधर अमन लड़की की दूसरी जगह शादी के बाद भी लड़की से मिल रहा था। रामप्रवेश का रिश्तेदार ने पुलिस को बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व अमन ने रामप्रवेश की बहन से शादी कर लिया। इस शादी को अमन के घरवाले स्वीकार नहीं कर रहे थे। विवश होकर उसकी बहन की दूसरी शादी करा दी गई। इसके बावजूद अमन उसकी बहन को छोड़ नहीं रहा था। शादी के बाद जब भी उसकी बहन अपने घर सतगामा आती अमन उससे मिलने पहुंच जाता था, जो परिजनों को पसंद नही था। इसी बीच मकर संक्रांति से पहले अमन का एक्सीडेंट हो गया। एक्सीडेंट मामले को सुलझाने की बात कहकर रियाज ने एक लाख रुपए की मांग की। अमन के परिजनों द्वारा सात-आठ हजार रुपए रियाज को देकर मामला सुलझा लेने की बात कही, लेकिन इतने कम पैसे से रियाज खुश नहीं था। तभी रामप्रवेश और रियाज की मुलाकात हुई, दोनों को अमन से बदला लेना था। दोनों ने प्लानिंग के तहत गत ४ फरवरी को अमन को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए और रात में मौका पा कर उसकी हत्या कर दी। उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसे बोरे में भरकर नदी किनारे फेंक दिया। पुलिस ने लावारिस स्थिति में पतनेश्वर चौक से अमन की लाश के टुकड़े को बरामद किया था। अमन के लापता होने की सूचना उसके भाई सुमन ने ५ फरवरी को मलयपुर थाना में आवेदन देकर भाई को बरामद करने की गुहार लगाई थी। ६ फरवरी को खैरमा स्थित निमियाघाट से सिर कटा शव बरामद किया गया था, जिसकी पहचान अमन के भाई ने की थी।

जमुई के मलयपुर पुलिस ने अमन हत्याकांड की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस ने हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी रामप्रवेश ने गांव के एक युवक के साथ मिलकर अपने ही जीजा अमन को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, इस घटना में और भी लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है। पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त मो. रियाज मियां उर्फ मो. आशिक खलीफा, रामप्रवेश कुमार उर्फ सूरज राम को नगर थाना क्षेत्र के सतगामा इलाके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि अमन की हत्या प्रतिशोध लेने के लिए की गई थी। एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों को चिह्नित कर लिया गया है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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