-मुंबईकर बोले, ‘यह जनता के साथ छल
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव और यूपी के उपचुनाव के खत्म होते ही मोदी सरकार ने लोगों को महंगाई का तोहफा दे दिया है। सरकार ने एक ही झटके में सीएनजी और पीएनजी की कीमतें बढ़ा दी हैं। इससे एक तरफ वाहनों का सफर महंगा हो गया है, वहीं दूसरी भोजन की थाली भी महंगी हो गई है। इससे मुंबईकरों में भारी नाराजगी है।
मुंबई में अब अधिकांश घरों में पीएनजी पर खाना बनता है। ऐसे में इसका असर इन सभी घरों में पड़ेगा। इसी तरह मुंबई में निजी वाहनों के अलावा टैक्सी व ऑटो रिक्शा सीएनजी से चलते हैं। सीएनजी के महंगे होने से इन वाहनों के चलाने की लागत बढ़ जाएगी, जिससे इनके चालकों की आमदनी घटेगी। महंगाई के इस आलम में पहले से ही आम आदमी अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा है, कमाई घटने के बाद असका क्या हाल होगा, इसे सोचा जा सकता है। बता दें कि सरकार ने पीएनजी की कीमतें प्रति किलो दो रुपए बढ़ा दी हैं। इसी तरह एमएमआर रीजन में सीएनजी की कीमतों में भी दो रुपए की वृद्धि कर दी गई है। ऐसे में मुंबईकरों का कहना है कि चुनाव बाद ऐसा करना मोदी सरकार का जनता के साथ छल है। एक तरफ वो रेवड़ी बांटने का ढोंग कर रही है, दूसरी तरफ आम नागरिकों पर कहर ढा रही है।
सीएनजी-पीएनजी महंगी होने से मुंबईकर नाराज!
सीएनजी महंगा होने से ऑटो व टैक्सी चालक नाराज हैं। उनका कहना है कि इससे उनकी कमाई घटेगी, जिससे महंगाई के इस जमाने में उनके लिए जीना काफी मुश्किल हो जाएगा। ऑटो रिक्शा चालक विनोद दुबे का कहना है कि सीएनजी के दामों में वृद्धि के कारण ऑटो वालों को रोजाना नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस बढ़ोतरी के कारण रिक्शा और टैक्सी चालकों की जेब पर सीधा असर पड़ने वाला है। इसी के साथ ही किराए में भी बढ़ोतरी की संभावना है। इसका सीधा असर यात्रियों पर पड़ेगा।
बता दें कि एमएमआर में करीब १० लाख सीएनजी वाहन रजिस्टर्ड हैं। इसमें ४,००,००० ऑटो रिक्शा, ५,००,००० निजी कार, २,४०० बसें और ७०,००० टैक्सी शामिल हैं। इसी तरह पीएनजी महंगे होने से गृहिणियां काफी परेशान हैं। गोरेगांव निवासी ममता मिश्रा ने कहा कि महंगाई की मार झेल रही जनता को फिर बड़ा झटका लगा है। मुंबई और उसके आसपास पाइपलाइन के माध्यम से सप्लाई की जा रही रसोई गैस के दाम में प्रति किलो दो रुपए का इजाफा हुआ है। इस कारण किचन में खाना पकाना अब और महंगा हो गया है। नालासोपारा निवासी नीलू दुबे ने कहा कि एक तो गृहिणियां पहले से ही महंगाई से जूझ रही हैं। सब्जियों और दालों से लेकर सभी खाद्यान्न महंगे हो गए हैं। ऐसे में गृहिणियां कई तरह के हथकंडे अपनाते हुए किसी तरह महंगाई के इस दौर में घर चला रही हैं। लेकिन अब पीएनजी की दर में इजाफा होने से किचन चलाना भारी पड़ेगा।