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आखिर टूटने लगा भाजपाई निष्ठावंतों का सब्र …पूर्व सांसद शेट्टी हुए नाराज …बोले; धर्मशाला नहीं है बोरीवली

उपाध्याय की उम्मीदवारी का किया विरोध; लड़ेंगे निर्दलीय
सामना संवाददाता / मुंबई
बोरीवली विधानसभा सीट से भाजपा द्वारा संजय उपाध्याय को उम्मीदवारी दिए जाने से नाराज पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने कहा कि वे बोरिवलीकर के सम्मान के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। गोपाल शेट्टी ने भारी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बोरीवली कोई धर्मशाला नहीं है कि बाहरी व्यक्ति आए और चुनाव लड़े। उन्होंने बताया कि वे मंगलवार की सुबह १० बजे नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अब भी पार्टी के प्रति वफादार हूं। उल्लेखनीय है कि बीजेपी की लिस्ट में बोरीवली से पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी की जगह महासचिव संजय उपाध्याय को टिकट दिए जाने से बीजेपी कार्यकर्ता भी नाराज हो गए।
गोपाल शेट्टी ने कहा कि भारतीय संविधान में एक पार्षद, एक विधानसभा और एक लोकसभा क्षेत्र होता है। कानून में ऐसा नहीं लिखा है कि कोई कहीं से भी लड़ नहीं सकता लेकिन चुनाव स्थानीय लोगों के लिए स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं। पहले विनोद तावड़े को लाया गया, फिर सुनील राणे को लाया गया। मैं एक सांसद था और लोगों को प्रबंधित करता था। मेरी जगह पीयूष गोयल ने ले ली। फिर भी मैं गोयल के साथ था, लेकिन अब ये दोबारा हुआ। इसमें कोई संदेह नहीं है कि संजय उपाध्याय एक अच्छे कार्यकर्ता हैं और उन्होंने पार्टी के लिए काम किया है, लेकिन बोरीवली विधानसभा क्षेत्र में बार-बार इस तरह का खेल खेलना ठीक नहीं है।
साथ ही बोरीवली जिसने मुझे लंबे समय तक नेतृत्व करने का मौका दिया। मैं अभी लोगों की भावना को महसूस कर रहा हूं, अगर आप अभी नहीं लड़ेंगे तो अगले ५० साल में कोई नहीं लड़ेगा। आपकी साफ-सुथरी छवि होने के कारण लोग आपके पीछे हैं। यदि बोरीवली निर्वाचन क्षेत्र की चुनौती स्वीकार नहीं की गई तो बोरीवली का उपयोग ५० वर्षों तक इसी तरह किया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि बोरीवली के लोगों के लिए मैं जो कुछ भी कर सकता हूं, करने के लिए प्रतिबद्ध हूं, जिन्होंने मुझे आगे बढ़ाया।

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