केंद्र सरकार ने साध रखी है चुप्पी!
चुन-चुनकर हिंदुओं को बनाया जा रहा है निशाना
बांग्लादेश में तख्तापलट और अंतरिम सरकार के गठन के बाद से हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों को निशाने बनाने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अब ऐसी ही एक और घटना सामने आई है। बांग्लादेश में मंदिरों पर फिर से हमले शुरू हो गए हैं। नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया गया है। ताजा मामला कोमिला जिले का है। जिले में एक नवनिर्मित मां दुर्गा की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। मंदिर के दानपात्र को लूट लिया गया। इतना ही नहीं, नरैल जिले के मीरापारा में एक दुर्गा मंदिर पर हमला किया गया। बांग्लादेश में बार-बार हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है और केंद्र की मोदी सरकार चुप्पी साधे हुए है। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अगस्त में ऐसी कई घटनाएं हुई थाीं, जहां हिंदुओं को निशाना बनाने के साथ ही अराजकतत्वों ने उनके धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया था। उपद्रवियों ने ढाका में इस्कॉन मंदिर को जला दिया था। दंगाइयों ने ढाका में ही काली मंदिर को तोड़ दिया था। इतना ही नहीं, अगस्त में कई शहरों में हिंदू मंदिरों पर हमले हुए थे। दो हिंदू पार्षदों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। हिंदुओं की प्रॉपर्टी को चुन-चुनकर निशाना बनाने के साथ ही उन्हें नुकसान पहुंचाया गया था।
इन घटनाओं पर लगाम लगाने के बजाय बीते महीने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने अजीबो-गरीब बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हिंदुओं पर हमलों के मुद्दे को बड़ा बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं, इस मामले को लेकर उन्होंने भारत पर सवाल उठाए थे। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले सांप्रदायिक से ज्यादा राजनीतिक हैं। मोहम्मद यूनुस ने कहा था कि भारत के प्रधानमंत्री से मैंने यह कहा है कि इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है, जबकि इस मुद्दे के कई आयाम हैं।